मंडी : अतिरिक्त उपायुक्त मंडी रोहित राठौर ने कहा कि स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग से पर्यावरण संरक्षण के साथ पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग प्रणाली के कार्यान्वयन के लिए आयोजित प्रथम बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने आतिथ्य सुविधाएं दे रहे होटल, लॉज, रिसॉर्ट, होम स्टे और धर्मशालाओं के संचालकों से इस रेटिंग में भाग लेने का आह्वान किया है।
उन्होंने बताया कि रेटिंग का उद्देश्य स्वच्छता में सुधार करके आतिथ्य क्षेत्र में विश्वस्तरीय स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देना, जल निकायों में प्रदूषण की रोकथाम के साथ-साथ पर्यटन उद्योग में स्वच्छता मानकों को उन्नत करना और पर्यावरण को स्वच्छ रखना एस.जी.एल.आर. का उद्देश्य है।
उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत भारत सरकार द्वारा पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से आतिथ्य सत्कार क्षेत्र से जुड़े होटल, रिजॉर्ट, होमस्टे, लॉज, धर्मशालाओं की सॉलिड वेस्ट प्रबंधन, ह्यूमन वेस्ट प्रबंधन और ग्रे वाटर प्रबंधन के आधार पर स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग की जाएगी। उनके प्रदर्शन के आधार पर एक लीफ, तीन लीफ और पांच लीफ रेटिंग दी जाएगी। जितने ज्यादा लीफ होंगे उनका स्वच्छता प्रबंधन उतना ही अधिक होगा।
उन्होंने बताया कि स्वैच्छिक रेटिंग प्रणाली के तीन चरण होंगे। अभिमुखीकरण, स्वैच्छिक घोषणा और सत्यापन। इसकी निगरानी जिला समितियों और उपमंडल समितियों द्वारा की जाएगी। जिला स्तर पर परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सदस्य सचिव के तौर पर कार्य करेगा जबकि उपमंडल स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी सदस्य सचिव के तौर पर कार्य करेंगे।
बैठक में परियोजना अधिकारी डीआरडीए मंडी गोपी चंद पाठक, जिला पर्यटन विकास अधिकारी मनोज कुमार, विभिन्न विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारी, होटल और होम स्टे संचालक तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।