नाहन : पांवटा साहिब में सोमवार को महिला पत्रकार प्रीति चौहान के समर्थन में जनाक्रोश देखने को मिला। ठंडू बिरादरी की अगुवाई में आयोजित इस आंदोलन में गिरिपार, आजभोज और चौपाल से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
सुबह 10 बजे लोक विश्राम गृह पांवटा साहिब में बैठक आयोजित हुई, जिसमें इस मुद्दे को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। इसके बाद एक आक्रोश रैली निकाली गई जो विश्राम गृह से एसडीएम कार्यालय तक पहुंची।

रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों ने “नारी गरिमा की रक्षा करो”, “पत्रकारों का अपमान नहीं सहेंगे” जैसे नारों से माहौल को गूंजा दिया।
गौरतलब है कि एसडीएम पांवटा साहिब निजी कारणों (पिता के निधन) के चलते मौजूद नहीं थे। ऐसे में प्रदर्शनकारियों ने उनका प्रतिनिधित्व कर रहे तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और आग्रह किया कि वह इसे एसडीएम तक शीघ्र पहुंचाएं।
सौंपे गए ज्ञापन में न्यूज़ पोर्टल पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने जानबूझकर महिला पत्रकार प्रीति चौहान के खिलाफ सोशल मीडिया पर मानहानिकारक और आपत्तिजनक सामग्री प्रकाशित की, जिससे उनकी प्रतिष्ठा और चरित्र को नुकसान पहुंचा है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि Jasvir Singh Hans के खिलाफ लगभग 15 आपराधिक मामले लंबित हैं और वह ब्लैकमेलिंग व गलत ढंग से पैसे वसूलने जैसे मामलों में संलिप्त रहा है। यह आरोप लगाया गया कि यह सब एक सुनियोजित साजिश है जो एक महिला पत्रकार की छवि धूमिल करने के लिए की गई।
ज्ञापन में बताया गया कि प्रीति चौहान पिछले 7-8 वर्षों से “हिमवंती मीडिया” में कार्यरत हैं और पांवटा साहिब क्षेत्र में एक जिम्मेदार और लोकप्रिय पत्रकार के रूप में जानी जाती हैं। उनकी छवि को सोशल मीडिया पर गलत ढंग से पेश करना न केवल व्यक्तिगत हमला है बल्कि पत्रकारिता और महिला सम्मान पर भी प्रहार है।
आक्रोशित लोगों ने प्रशासन को 7 दिनों का समय दिया है और चेतावनी दी कि यदि आरोपियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।