नाहन : चाइल्ड हेल्प लाइन सिरमौर ने मंगलवार को पुलिस सुरक्षा के साथ पांवटा क्षेत्र में सड़क किनारे जबरन कारों के शीशे साफ करवाने वाले करीब एक दर्जन बच्चों को रेस्क्यू किया। चाइल्ड लाइन के अनुसार, लोगों की ओर से शिकायत मिली थी कि गरीब परिवारों के बच्चे कारों के शीशे साफ करने के बाद भीख मांगने लगते हैं। इससे न केवल वाहन मालिकों को परेशानी हो रही है बल्कि इन बच्चों का भविष्य भी खतरे में पड़ रहा है।
इस मामले में बाल कल्याण समिति (CWC) ने पांवटा साहिब में स्वयं संज्ञान लिया। चाइल्ड हेल्प लाइन और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर बच्चों को रेस्क्यू किया और उन्हें CWC के समक्ष पेश किया। चूँकि इन बच्चों को नाहन स्थित CWC के समक्ष पेश करना मुश्किल था, इसलिए बच्चों के माता-पिता को खोजा गया। इसके बाद CWC और चाइल्ड हेल्प लाइन द्वारा बच्चों की उचित काउंसलिंग की गई।

चाइल्ड हेल्प लाइन की जिला समन्वयक इशू ठाकुर ने बताया कि माता-पिता को समझाया गया कि बच्चों को स्कूल भेजना आवश्यक है, क्योंकि सरकार स्कूलों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा के साथ सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान कर रही है। इस दौरान यह भी बताया गया कि बच्चों से काम करवाना और भीख मंगवाना कानूनी अपराध है, इसलिए सभी बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ा जाए।
इस अभियान में तीन विभागों की टीम शामिल रही। इनमें CWC चेयरपर्सन राजनिशा, सदस्य विनम्रता, राकेश, अनीता, चाइल्ड हेल्प लाइन सिरमौर की काउंसलर नीलम शर्मा, पांवटा साहिब के SHO देवी सिंह और महिला पुलिस कर्मी मनीषा धीमान शामिल रहे।