पालमपुर: चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के लिए यह गर्व का पल है। विश्वविद्यालय के सब्जी एवं पुष्प विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. अखिलेश शर्मा को प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी फेलोशिप’ (NAAS Fellow 2026) से सम्मानित किया गया है। इसे भारतीय कृषि विज्ञान के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मानों में से एक माना जाता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अशोक कुमार पांडा ने इस उपलब्धि पर डॉ. शर्मा को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह फेलोशिप डॉ. शर्मा की कड़ी मेहनत और किसान-केंद्रित शोध का परिणाम है। कुलपति ने कहा कि उनका यह कार्य न केवल विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ाता है, बल्कि युवा वैज्ञानिकों के लिए भी एक प्रेरणा है। विभागाध्यक्ष डॉ. देश राज चौधरी ने भी इसे पूरे विभाग के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया।

साधारण परिवार से निकलकर तय किया शिखर का सफर
कांगड़ा जिले के छोटे से गांव रैत में एक साधारण परिवार में जन्मे डॉ. शर्मा का सफर बेहद प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने इसी विश्वविद्यालय से 1990 में बीएससी, 1992 में एमएससी और 1995 में पीएचडी की डिग्री हासिल की। आज वे इसी संस्थान में प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
डॉ. शर्मा ने अपने करियर में अब तक मटर, मिर्च, फूलगोभी, टमाटर, शिमला मिर्च और खीरा सहित 27 सब्जियों की नई किस्में और संकर (Hybrids) विकसित किए हैं। उनकी सबसे बड़ी सफलताओं में मटर की किस्म ‘हिम पालम मटर-1’ शामिल है। इसकी सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 11 कंपनियों ने इसके व्यवसायीकरण के लिए लाइसेंस लिया है, जो सरकारी क्षेत्र के अनुसंधान में एक बड़ी उपलब्धि है।
60 करोड़ के प्रोजेक्ट्स और दर्जनों अवार्ड
डॉ. शर्मा ने अब तक करीब 60 करोड़ रुपये की 16 बाहरी वित्त पोषित परियोजनाओं का नेतृत्व किया है। उनके 160 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने 34 एमएससी और पीएचडी छात्रों का मार्गदर्शन किया है, जिनमें से कई छात्र आज प्रतिष्ठित पदों पर हैं।
उन्हें इससे पहले भी आईपीए गोल्ड मेडल, बेस्ट सेशन पेपर अवार्ड (बैंकॉक) और इंडियन अचीवर अवार्ड 2025 जैसे कई सम्मान मिल चुके हैं। वे कई अहम वैज्ञानिक समितियों और पत्रिकाओं के संपादकीय बोर्ड में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।