धर्मशाला: प्रदेश में पुलिस के आधुनिकीकरण पर 25 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा रही है जिसमें से लगभग 8.50 करोड़ रूपये की राशि पुलिस प्रशिक्षण एवं सुरक्षा संयंत्र इत्यादि की खरीद तथा शेष राशि प्रदेश के पुलिस थाना/चौकी तथा आवास निर्माण पर व्यय की जाएगी।
यह जानकारी पुलिस महानिदेशक, श्री डीएस मिन्हास ने मंगलवार को यहां प्रैस वार्ता के दौरान दी। उन्होंने कहा कि समाज को अपराध से भयमुक्त करवाना पुलिस का मुख्य दायित्व है और मीडिया द्वारा समाज को सजग तथा उनके अधिकारों के बारे जागरूक करने में अह्म भूमिका निभाई जाती है। उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि वह इस दिशा में साकारात्मक सहयोग दें ताकि समाज को अपराध से भयमुक्त बनाया जा सके।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश में पुलिस बल में पांच प्रमुख बिन्दुओं पर विशेष बल दिया जा रहा है जिसमें पुलिस को स्वस्थ, स्वच्छ, सतर्क, सकुशल एवं सत्यनिष्ठ बनाना है ताकि पुलिस एवं आम जनता में सौहार्दपूर्ण समन्वय स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि पुलिस के संस्थागत विकास होने के उपरान्त अब पुलिस कर्मचारियों के व्यक्तित्व विकास पर विशेष बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस थानों/चौकियों इत्यादि में कार्य कर रहे पुलिस जवानों को तनावमुक्त करने के लिए विशेष प्रशिक्षण तथा किसी स्वंयसेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा ताकि पुलिस जवान तनावमुक्त होकर समाज की सेवा कर सकें।
श्री मिन्हास ने बताया कि पुलिस द्वारा आम जनता की सुविधा के लिए आरम्भ की गई एसएमएस सेवा काफी सार्थक सिद्घ हो रही है, विशेषकर महिलाएं एवं कालेज तथा स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों के एसएमएस प्राप्त हो रहे हैं जिसपर तुरन्त संज्ञान लेकर उनकी समस्याओं का हल किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त माह के तीसरे रविवार को सभी पुलिस थानों में पीडि़त दिवस (विक्टिम डे) आयोजित करने का निर्णय लिया गया है जिसके अन्तर्गत पीडि़त व्यक्ति पुलिस थाने में उनके मामले में की गई कार्रवाई के बारे जानकारी प्राप्त कर सकता है।