नाहन: बीसीए व पीजीडीसीए कक्षाओं की फीस वृद्वि को लेकर राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय नाहन के एनएसयूआई व एसएफआई छात्र संगठनों ने कालेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा कालेज प्रधानाचार्य का घेराव किया। वीरवार को हिमाचल प्रदेश का सबसे पुराना राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय नाहन बीसीए व पीजीडीसीए के दाखिले को लेकर विवादों के घेरे में आ गया है। कालेज प्रशासन पर इन विषयों में हिमाचल विश्विद्यालय के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है।
कालेज प्रशासन पर आरोप है कि इन कोर्सों में दाखिले के लिए 20 हजार रूपए की फीस वसूली जा रही है जबकि नान सब्सडाइज सीट की फीस 12500 रूपए निर्धारित है। छात्र संगठनों का आरोप है कि दाखिलों के लिए जो विश्विद्यालय ने प्रोस्पेक्टस निर्धारित किया था उस प्रोस्पेक्टस को वितरित करने की बजाय प्रशासन ने अपने स्तर पर ही प्रोस्पेक्टस तैयार किया था, जिसमें फीस का कोई जिक्र नहीं किया गया था। फीस वृद्वि को लेकर एनएसयूआई के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष ओपी ठाकुर ने कहा कि पीजीडीसीए व बीसीए के नए कोर्स तो शुरू हुए हैं लेकिन अन्य कालेजों की तुलना में नाहन कालेज में अधिक फीस निर्धारित की गई है। ठाकुर ने कहा कि अगर कालेज प्रशासन ने फीस वृद्वि को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो एनएसयूआई कालेज प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई करेगी। ठाकुर ने बताया कि कालेज प्रधानाचार्य ने कहा कि है कि अभी फिलहाल फीस लेने पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि कालेज के प्रधानाचार्य ने कहा कि कालेज प्रषासन, छात्र संगठनों के साथ-साथ बीसीए व पीजीडीसीए के छात्रों के साथ मिलकर इस फीस वृद्वि कम करने को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा।
एनएसयूआई ने कालेज प्रशासन से मांग की है कि जो फीस अन्य कालेजों में ली जा रही है वही नाहन कालेज में ली जाए। नारेबाजी में एनएसयूआई के करीब तीन दर्जन कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इसी के साथ एसएफआई ने भी फीस की वृद्वि को लेकर कालेज प्रषासन के खिलाफ नारेबाजी की। एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने कालेज प्रशासन पर फीस वृद्वि को लेकर छात्रों के साथ फर्जी खिलवाड बताया है। उन्होंने कहा कि कालेज के विद्यार्थियों के साथ किसी भी तरह का कोई भी खिलवाड बर्दास्त नहीं किया जाएगा। वहीं एबीवीपी के जिला संयोजक अष्वनी शर्मा ने एनएसयूआई व एसएफआई पर बौखलाहट में कालेज परिसर में माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां एक ओर कालेज परिसर में स्नातकोतर कक्षाओं की परीक्षाएं तथा नए विद्यार्थियों के दाखिले लेने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। किंतु एसएफआई व एनएसयूआई कालेज में माहौल को बिगाड रही है।
शर्मा ने कहा कि कालेज में बीसीए व पीजीडीसीए की कक्षाएं आरंभ करने का मुददा उठाया जो कि उनकी प्रमुख मांग थी। उन्होंने कहा कि अगर एनएसयूआई व एसएफआई कालेज परिसर का माहौल खराब करेगी तो एबीवीपी इस तरह की कार्रवाई को बर्दास्त नहीं करेगी। इस बारे कालेज प्रशासन की भी रोचक दलील है कि कालेज प्रषासन ने अधिक फीस वसूले जाने के पीछे कालेज में मूलभूत ढांचा जुटाने की दलील दी है। लेकिन इस मसले पर कालेज प्रषासन की जवाब देही जरूर सुनिष्चित की जानी चाहिए।