बडूसाहिब विश्विद्यालय में आईआरबी बटालियन तैनात

नाहन: इंटरनल विश्वविद्यालय बडूसाहिब में छात्रों के बीच खुनी झडप के मसले ने नया मोड ले लिया है। जहां विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इस झडप को रेंगिंग की घटना से जोड दिया है, वहीं स्थानीय प्रशासन ने इसे नकार दिया है। लिहाजा विश्वविद्याल प्रबंधन व प्रशासन आमने-सामने नगर नजर आ रहे है। सुरक्षा के मद्देनजर विश्विद्यालय के परिसर में आईआरबी की बटालियन को तैनात कर दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने जारी एक प्रेस ब्यान में कहा कि घटना की जांच को लेकर कमेटी गठित की गई थी, जिसने अपनी पडताल में पाया है कि वीरवार की रात को इंजीनियरिंग कालेज के सातवें समेस्टर के छात्र द्वारा बेरियर के समीप जूनियर छात्र की रैगिंग ली जा रही थी। जिसके बाद मामले ने छात्रों के दो गुटों के बीच तूल पकडा। लेकिन स्थानीस प्रशासन समेत पुलिस ने रैगिंग की घटना को सिरे से खारिज किया है।

सवाल इस बात पर उठाया गया है कि जब विश्वविद्यालय में एंटी रैगिंग कमेटी ही अधिसूचित नहीं है तो उस स्थिति में विश्वविद्यालय प्रबंधन अपने स्तर पर रैगिंग से जुडी घटना की जांच कैसे कर सकता है। यूजीसी के मापदंडों के मुताबिक प्रशासन व पुलिस के प्रतिनिधि के अलावा मीडिया कर्मी को एंटी रैगिंग कमेटी में नामांकित करना जरूरी है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इस तरह की कोई भी कार्रवाई नहीं की। अलबत्ता स्थानीय प्रशासन द्वारा इस बारे विश्वविद्यालय को समय-समय पर स्मरण करवाया जाता रहा है। अकाल कालेज आफ इंजीनियरिंग टेक्नोलाजी के प्रधानाचार्य के मुताबिक छात्रों के बीच उपजे विवाद को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अनुशासन कमेटी का गठन फौरन किया था जिसकी बैठक के बाद यह बात सामने आई है कि छात्रों में आपसी झडप रैगिंग के कारण हुई है। उधर इस बारे राजगढ के एसडीएम राजेश मारिया ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि रैगिंग को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन एक तरफा कार्रवाई नहीं कर सकता है साथ ही इस बात की पुष्टि भी की कि विश्वविद्यालय द्वारा एंटी रैगिंग कमेटी की अधिसूचना जारी नहीं की गई है। ऐसे में अपने स्तर पर प्रबंधन की जांच के कानूननी तौर पर कोई मायने नहीं है। उधर छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन अपने बचाव के लिए इस मसले को रैगिंग से जोड रहा है। उधर डीएसपी बबीता राणा ने कहा कि दोनों गुटों की शिकायतों के आधार पर आईपीसी की धारा 147,148,149, 423 व 452 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें गुरूद्वारे के एक सेवादार के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है।

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