बाग पशोग की प्रधान ने धांधली के आरोपों को बताया बेबुनियाद, पक्ष में उतरे ग्रामीण

नाहन : सिरमौर जिले की बाग पशोग पंचायत की प्रधान और पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष राजेश्वरी शर्मा ने शुक्रवार को पंचायत में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में अपने ऊपर लगे विकास कार्यों में धांधली के आरोपों को पूरी तरह से निराधार और झूठा करार दिया। उनके समर्थन में पंचायत के तीन-चार वार्ड सदस्यों और सैकड़ों ग्रामीणों ने भी उनका साथ दिया। राजेश्वरी शर्मा ने कहा कि बाहरी राज्य से आई रणवीर सूद और उनके साथी द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं और यदि इस तरह की हरकतें जारी रहीं तो वह रणवीर सूद के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी।

पिछले 22 अप्रैल को नाहन में रणवीर सूद द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में आरोप लगाया गया था कि पंचायत में 30 बेंच लगाने के लिए 1.5 लाख रुपये की राशि जारी की गई थी, लेकिन केवल 11 बेंच ही लगाए गए। इस पर राजेश्वरी शर्मा ने स्पष्ट किया कि 30 बेंचों में से सभी बेंच पंचायत और भुरेश्वर महादेव मंदिर परिसर में लगाए जा चुके हैं और इसकी जांच भी पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि ये आरोप पूरी तरह से गलत हैं और इसका उद्देश्य पंचायत की छवि को खराब करना है।

इसके अलावा, रणवीर सूद ने यह भी आरोप लगाया था कि पंचायत ने जल जीवन मिशन के तहत 75 लाख रुपये की धांधली की है। राजेश्वरी शर्मा ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पंचायत द्वारा जल जीवन मिशन के तहत 70 रुपये का भी कार्य नहीं किया गया है। उन्होंने इसे गंभीर और आधारहीन आरोप बताते हुए कहा कि यह पंचायत की साख को नुकसान पहुंचाने की साजिश है।

राजेश्वरी शर्मा ने बताया कि बाग पशोग पंचायत को हाल ही में तीन राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार केंद्र सरकार की ग्रामीण योजनाओं, जैसे हर घर नल, हर घर जल को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में ऊना जिले की दो पंचायतों के साथ-साथ सिरमौर जिले की बाग पशोग पंचायत को यह सम्मान प्राप्त हुआ है। यह पुरस्कार भारत सरकार के साथ हुए एक समझौते के तहत प्रदान किए गए, जिसमें पंचायतों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए चुना गया।

पत्रकार वार्ता में वार्ड सदस्य रक्षा शर्मा, निर्मला शर्मा, जगत राम, और कौशल शर्मा ने कहा कि रणवीर सूद और उनके साथी पिछले कई वर्षों से उच्च अधिकारियों को शिकायतें करते रहे हैं। हाल ही में लगाए गए आरोपों की जांच चल रही है, जिसमें पंचायत पूरा सहयोग कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि रणवीर सूद जांच अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए मीडिया का सहारा ले रही हैं, जबकि पंचायत के कार्यों की वास्तविकता सभी ग्रामीणों के सामने है।

ग्रामीणों राजेश शर्मा, भवानी शर्मा, गोविंद राम शर्मा, और एडवोकेट शशि पाल शर्मा ने कहा कि बाग पशोग पंचायत ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। पंचायत में भारत का पहला शी-हॉट (She-Haat) स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से महिलाएं अपनी आजीविका चला रही हैं। पंचायत की महिलाओं द्वारा तैयार की गई वस्तुओं की हर जगह सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि पंचायत के सभी कार्य संतोषजनक हैं और रणवीर सूद व्यक्तिगत मतभेद के कारण पंचायत को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं।

ग्रामीणों और पंचायत सदस्यों ने प्रशासन से मांग की है कि रणवीर सूद के हिमाचली होने और उनकी संपत्ति की उच्च स्तरीय जांच की जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत की छवि को खराब करने की साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस अवसर पर पंचायत प्रधान राजेश्वरी शर्मा, पूर्व उपप्रधान भवानी दत्त शर्मा, वार्ड सदस्य कौशल दत्त, जगत राम, रक्षा देवी, निर्मला देवी, वकील शशि शर्मा, जय प्रकाश, राजेश कुमार, पूर्व सैनिक गोविंद शर्मा, उपेंद्र कुमार, मदन शर्मा, सुरेंद्र ठाकुर, नागेंद्र नेहरू, नरेश दत्त, बहादुर सिंह, देवेंद्र दत्त, रूप सिंह, रमेश दत्त, रिटायर्ड सहायक अभियंता विनोद कांत शर्मा सहित पंचायत के दर्जनों लोग मौजूद थे।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।