देहरादून: भारत के जाने माने योग गुरु रामदेव के अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल के सातवें दिन आज उन्हें देहरादून के हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया गया। देहरादून में उनका इलाज कर रहे चिकित्सकों का कहना है कि उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। बताते हैं कि रामदेव को अस्पताल में भर्ती कराने का निर्णय उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ने लिया, जिन्होंने इस संबंध में हरिद्वार के जिलाधिकारी को निर्देश दिए।
बाबा रामदेव का सुबह परीक्षण करने वाले चिकित्सकों ने कहा था कि उन्हें तुरंत अस्पताल में दाखिल कराने की आवश्यकता है। रामदेव का चिकित्सकीय परीक्षण करने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी योगेश चंद्र शर्मा ने कहा कि उनका रक्तचाप 104/70 है जो कम है और नाड़ी की गति प्रति मिनट 58 है और यह भी कम है। अगर नाड़ी की गति और रक्तचाप का गिरना जारी रहा तो उनके हृदय पर दबाव पड़ सकता है। हमने पाया कि उनका स्वास्थ्य गिर रहा है। यह चिंताजनक है।बाबा के स्वास्थ्य की निगरानी डॉ. गोयल के नेतृत्व में 15 डॉक्टरों की टीम कर रही है। उनकी सुरक्षा में अस्पताल के बाहर एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
इस बीच, प्रमुख चिकित्सकों के मुताबिक बाबा रामदेव के गुर्दे के काम करने में भी नकारात्मक बदलाव देखे हैं। उन्होंने कहा कि उनके मूत्र परिक्षण में अल्बुमिन की मौजूदगी देखी गई है जो उनके गुर्दे के कामकाज के बारे में खराब संकेत है। उल्लेखनीय है कि योग गुर बाबा ने भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ पिछले सप्ताह दिल्ली के रामलीला मैदान में आमरण अनशन शुरू किया था, लेकिन शनिवार देर रात उन्हें जबरन वहां से हटा दिया गया था।