नाहन: पिछले 72 घंटो से बारिश के कारण लगातार जारी भू-स्खलन की वजह से सिरमौर जिला में जन-जीवन सामान्य पटरी पर नहीं लौट रहा है। बारिश के कारण अब तक जिला में एक बच्चे की मौत के अलावा 9 लाख रूपए से अधिक का नुक्सान आंका गया है। जिला के दुर्गम क्षेत्रों के कई मार्ग पिछले 48 घंटों से यातायात के लिए बंद पडे है। राज्य सरकार ने आपदा प्रबन्धन के तहत जिला को महज 7 लाख रूपए की राशि उपलब्ध करवाई है जो उंट के मुंह में जीरे के समान लग रही है। बारिश से पहले ओलावृष्टि व तूफान के कारण भी बागवानों को भारी नुक्सान का सामना करना पडा था
। सिरमौर जिला के बागवानी विभाग द्वारा राज्य सरकार को भेजी गई रिपेार्ट में बागवानों को बारिश, तूफान व ओलावृष्टि के कारण 2 करोड 18 लाख रूपए का नुक्सान आंका गया है। मानसून के महज 96 घंटो के भीतर ही आपदा प्रबन्धन की पोल भी खुलती नजर आ रही है क्योंकि प्रशासन के पास कई घंटो तक सडकों पर यातायात बहाल करने के लिए सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। महज कुछ जेसीबी मशीनों के सहारे ही आपदा प्रबन्धन की व्यवस्था चल रही है। हिमाचल प्रदेश में अब तक सिरमौर जिला सबसे अधिक बारिश के कारण प्रभावित हो रहा है। बारिश के कारण खडी फसलों को काफी नुक्सान हुआ है लेकिन इसका पूरा आकलन अब तक नहीं हो पाया है।