नाहन: नाहन विद्युत बोर्ड में भ्रष्टाचार व अनियमितताओं को लेकर जारी सतर्कता विभाग की कारवाई में शनिवार को तीसरे दिन हरियाणा के नारायणगढ के रहने वाले ईंट भट्टा मालिक सत्येंद्र मोहन व बिजली बोर्ड के जेई सुन्दर सिंह को गिरफतार कर लिया गया है। बिजली चोरी के इस मामले में दोनों की संलिप्तता पाई गई है। सतर्कता विभाग की कारवाई से बिजली बोर्ड के अधिकारियों व कर्मचारियों के होश उड़े हुए हैं। सतर्कता विभाग ने शुक्रवार को औद्योगिक नगरी कालाआम्ब में हिमाचल की बिजली को हरियाणा में उपलब्ध करवाने के एक सनसनीखेज मामले का खुलासा किया था। जिस गोरखधंधे में हिमाचल से हरियाणा के ईंट के भट्टों को बेहद शतिराना तरीके से बिजली उपलब्ध करवाई जाती थी।
सतर्कता विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस गोरखधंधे में लगाए गए बिजली के मीटर की रीडिंग लेने की जिम्मेवारी जेई की होती थी। लिहाजा सतर्कता विभाग यह मानने को तैयार नहीं था कि बिजली बोर्ड के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत के बगैर इस अनियमितता को अंजाम दिया जा सकता था। डीएसपी विजीलेंस बबीता राणा पाल ने ईंट भट्टा मालिक सत्येंद्र मोहन व जेई सुंदर सिंह की गिरफतारी की पुष्टि की है। उन्होंने इस बिजली चोरी के सनसनीखेज मामले में कुछ और गिरफतारियों की सम्भावनाओं से भी इनकार नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि पिछले 20 सालों में यह अपनी तरह का पहला मामला है कि जब हिमाचल से हरियाणा को बिजली सप्लाई की जा रही है।
उधर बिजली बोर्ड नाहन के एसई एसके गोयल ने बताया कि मामले की फेक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही इस रिपोर्ट को बोर्ड के उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा। कालाअंब औद्योगिक क्षेत्र में अन्य गैर कानूनी बिजली कनेक्शनों की जांच के लिए एक कमेटी गठित की जा जाएगी। इस मामले में उन्हें किसी भी कर्मचारी व अधिकारी की गिरफतारी की सूचना होने से इनकार किया है।