भरमौर: वन, युवा सेवाएं और खेल मंत्री राकेश पठानिया की अध्यक्षता में जनजातीय क्षेत्र भरमौर के तहत विभिन्न विकासात्मक कार्यों की समीक्षा को लेकर आज पट्टी स्थित लघु सचिवालय के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया । बैठक में स्थानीय विधायक जियालाल कपूर भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान राकेश पठानिया ने राजकीय महाविद्यालय भरमौर के भवन का निर्माण कार्य जून के प्रथम सप्ताह तक पूरा करने के निर्देश जारी किए ।
नागरिक चिकित्सालय भरमौर के भवन निर्माण प्रगति पर वन, युवा सेवाएं और खेल मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया । उन्होंने संबंधित निर्माण एजेंसी के कार्यों पर असंतोष जाहिर करते हुए अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर को उपायुक्त के माध्यम से मामला सरकार को प्रेषित को कहा । राकेश पठानिया ने यह निर्देश भी दिए कि जनजातिय क्षेत्र में सीमित कार्य दिवस के चलते विकास कार्यों को बेवजह लटकाने वाले विभागों और एजेंसियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित बनाई जाए । जनजातीय क्षेत्र भरमौर के तहत जल संरक्षण से संबंधित कार्यों की आवश्यकता पर जोर देते हुए वन मंत्री ने जल शक्ति विभाग और वन विभाग के अधिकारियों से आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए । उन्होंने वन मंडल अधिकारी भरमौर को वन्य प्राणी सरंक्षण स्थल कुगति में वाइल्ड लाईफ पर्यटन को देने के लिए श्री 6 प्रीफैबरीकेटेड कॉटेज का निर्माण करने को भी कहा ।
भरमौर ब्रह्माणी प्रस्तावित रोपवे के स्थान पर गाड़ियों की पार्किंग की उचित व्यवस्था का प्रावधान रखने के निर्देश भी दिए । औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान केंद्र भरमौर के भवन निर्माण की समीक्षा के दौरान वन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से संयुक्त निरीक्षण करने के जल्द आवश्यक कार्रवाई पूरी करने को कहा के निर्देश भी जारी किए । उपमंडल भरमौर के विभिन्न स्थानों पर सीवरेज व्यवस्था की समीक्षा के दौरान विदा की प्रतिनिधि ने बैठक में अद्भुत किया कि 18 करोड रुपए की लागत से एक कार्य योजना को तैयार किया गया है । योजना के कार्यान्वयन होने से व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया जाएगा ।बैठक में बैठक में विभिन्न मदों के अंतर्गत लगभग 40 मामलों पर विस्तृत चर्चा की गई इस अवसर पर अध्यक्ष जिला परिषद नीलम कुमारी, उपायुक्त चंबा डीसी राणा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर डॉ संजय कुमार धीमान, सहायक आयुक्त रामप्रसाद शर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी मौजूद रहे ।