शिमला : राजकीय संस्कृत महाविद्यालय फागली में भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे राज्य स्तरीय संस्कृत दिवस समारोह के दूसरे दिन डॉ. पंकज ललित, निदेशक, भाषा एवं संस्कृति विभाग ने कहा कि संस्कृत प्राचीनतम भाषा होने के साथ-साथ स्वयं को जानने का माध्यम है। संस्कृत भाषा ज्ञान का भंडार है, जिसका अध्ययन करना गर्व का विषय है।
डॉ. पंकज ललित ने सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। इसके अतिरिक्त इन प्रतियोगिताओं के निर्णायकों को भी विभाग ने सम्मानित किया। डॉ. पंकज ललित ने समापन समारोह में सभी प्रतिभागी व उपस्थित अन्य गणमान्य का इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए धन्यवाद किया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में मंजीत शर्मा, संयुक्त निदेशक, भाषा एवं संस्कृति विभाग ने दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया और कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संस्कृत महाविद्यालय फागली का धन्यवाद किया।
राज्य स्तरीय संस्कृत अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिताओं में श्लोक उच्चारण में गुंजन राजकीय संस्कृत महाविद्यालय तुंगेश प्रथम, हिमांशु हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला द्वितीय व अभिषेक श्री विश्वनाथन संस्कृत महाविद्यालय चकमोह हमीरपुर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
वैदिक मंत्र उच्चारण प्रतियोगिता में गोपाल कृष्ण राजकीय संस्कृत महाविद्यालय चंबा प्रथम स्थान, अंकित जोशी राजकीय संस्कृत महाविद्यालय डोहगी द्वितीय स्थान व अवतार चंद राजकीय संस्कृत महाविद्यालय डोहगी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।
संस्कृत गीतिका प्रतियोगिता में अक्षय राजकीय संस्कृत महाविद्यालय सरैन ने प्रथम स्थान, सचिन राजकीय संस्कृत महाविद्यालय चंबा द्वितीय स्थान व कुसुम कन्या महाविद्यालय शिमला में तृतीय स्थान प्राप्त किया। संस्कृत भाषण में वंदना सनातन धर्म आदर्श संस्कृत महाविद्यालय डोहगी ऊना ने प्रथम स्थान, सूजल शर्मा राजकीय संस्कृत महाविद्यालय चंबा ने द्वितीय व नम्रता उप्पल राजकीय संस्कृत महाविद्यालय सुंदरनगर मंडी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
राजकीय संस्कृत महाविद्यालय फागली के प्राचार्य डॉ. मुकेश शर्मा ने उक्त कार्यक्रम के लिए विभाग का धन्यवाद किया।
इस कार्यक्रम में विभाग की उप-निदेशक कुसुम संघाईक, सहायक निदेशक सुरेश राणा, भाषा अधिकारी संतोष कुमार व दीपा शर्मा तथा सहायक प्राध्यापक व अन्य अतिथिगण उपस्थित रहे।