मंडी : जिला में हर महीने आयोजित की जा रही राजस्व अदालतों में राजस्व मामलों के समयबद्ध निपटारे से जनता को भरपूर लाभ मिल रहा है। राजस्व अदालतों के आयोजन से राजस्व मामलों का निपटारा घर-द्वार पर सुनिश्चित हुआ है। गत दिसम्बर माह की 30 और 31 तारीख को आयोजित राजस्व अदालतों के माध्यम से 1372 राजस्व मामले निपटाए गए। जिसमें तकसीम के 63, निशानदेही के 111, राजस्व प्रविष्टियों में सुधार के 16 और इंतकाल के 1182 मामलों का निपटारा करना शामिल है।
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार राजस्व मामलों के त्वरित व समयबद्ध निपटारे के लिए मंडी जिला में राजस्व अदालतों का आयोजन हर माह किया जा रहा है, ताकि लोगों के राजस्व मामलों का निपटारा घर-द्वार पर हो सके।
उपायुक्त ने कहा कि राजस्व संबंधी मामलों के समयबद्ध निपटारे के निर्देश सभी राजस्व अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दिसम्बर माह में राजस्व अदालतों में निपटाए गए 1372 मामलों के अतिरिक्त तहसील और उप तहसील कार्यालयों में इंतकाल के 2203, तकसीम के 231, निशानदेही के 637 और राजस्व प्रविष्टियों में सुधार करने के 66 मामलों निपटाए गए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि राजस्व अदालत में इंतकाल के सबसे अधिक 75 मामले नायब तहसीलदार सुन्दरनगर द्वारा निपटाए गए वहीं तकसीम के 12 मामले उप तहसीलदार पांगणा द्वारा निपटाए गए।