शिमला: मण्डी जिला में पर्यटन विकास तथा मूलभूत सुविधाओं एवं अधोसंरचना के सृजन पर राज्य सरकार 10 करोड़ रुपये व्यय कर रही है ताकि प्रदेश के पर्यटन मानचित्र को और अधिक व्यापक बनाया जा सके। यह जानकारी मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने गत सांय एक बैठक को सम्बोधित करते हुए दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से मण्डी जिले में अपार क्षमताएं हैं तथा राज्य सरकार इसके समुचित दोहन के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि जिले के जोगिन्द्रनगर-बीड़ बिलिंग क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा ताकि पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहन मिल सके।
उन्होंने कहा कि जोगिन्द्रनगर, घाटासनी तथा बरोट क्षेत्र में पार्किंग स्थल विकसित किए जा रहे हैं तथा डेलू, हाराबाग, झाटिंगड़ी तथा शानन क्षेत्र में ‘कैंपिंग स्थलों’ का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए जोगिन्द्रनगर- विंचकैंप- बरोट-बड़ागांव-राजगुंधा-बीड़ बिलिंग में ट्रैकिंग रूट चिन्हित किए गए हैं तथा बाबा बालकरूपी एवं लक्ष्मी नारायण मन्दिर का सुधार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जोगिन्द्रनगर में पर्यटकों की सुविधा हेतु पर्यटक सूचना केन्द्र स्थापित किया जा रहा है। प्रो. धूमल ने कहा कि पराशर तथा रिवालसर जैसी पवित्र झीलों का सौंदर्यकरण किया जा रहा है और इन स्थलों पर सड़क किनारे मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मण्डी तथा सुन्दरनगर में भी पर्यटक सूचना केन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मण्डी के सुनकन गार्डन का सौंदर्यकरण किया जा रहा है और इस ऐतिहासिक नगरी में ठोस कचरा प्रबन्धन प्रणाली उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि मण्डी जिला के करसोग क्षेत्र के माहूनाग, शिकारी देवी, चिंडी, कामक्षा व जालपा माता मन्दिरों, सरकाघाट के देव मंदिर तथा संधोल के बालकरूपी मंदिर का विकास किया जाएगा, ताकि क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि चिंडी तथा जंजैहली क्षेत्र में पर्यटकों के सुविधा के लिए मूलभूत सुविधाएं सृजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि धर्मपुर क्षेत्र के ऐतिहासिक कमलाह किले के विकास की भी योजना है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही मण्डी जिला पर्यटन का एक मुख्य केन्द्र बनकर उभरेगा। निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन डा. अरूण शर्मा ने मुख्यमंत्री को प्रदेश में विकसित किये जा रहे विभिन्न नए पर्यटन स्थलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए अनेक अनछूए पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा रहा है ताकि लोग प्रकृति का आनन्द ले सकें।