मध्य हिमालय जलागम विकास परियोजना पर आयोजित कार्यशाला सम्पन्न

नाहन: मध्य हिमालय जलागम विकास परियोजना द्वारा जिला मुख्यालय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला गुरूवार को सम्पन्न हो गई । कार्यशाला के समापन पर मण्डलीय जलागम विकास अधिकारी संत राम राणा ने कहा कि विश्व बैंक के सहयोग से मय हिमालयन जलागम विकास द्वारा वाटर शैड परियोजना जिला के नाहन, कफोटा, शिलाई, पपांवटा साहिब, श्री रेणुका जी तथा संगडाह आदि क्षेत्रों में चल रही है । उन्होनंे कहा कि परियोजना का मुख्य मकसद ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिकी को मजबूत करना है ताकि मंहगाई के इस दौर में ग्रामीण आर्थिक रूप से सुदृढ हों । दो दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभागियो को समूह निर्माण पर्वतीय जीवीकोपार्जन व सोम सहायता समूहों बारें विस्तृत जानकारी दी गई । सहायक जलागम परियोजना अधिकारी प्रदीप शर्मा ने कहा कि कार्यशाला में प्रेरणा देना, समूह बनाना, गांव के सदस्यों को आर्थिक रूप से सुदृढ करना तथा प्रशिक्षण की आवश्यकताओं को पहचानना आदि के बारे में जानकारी दी गई । कार्यशाला में नेहरू युवा केन्द्र के कार्यक्रम अधिकारी ज्योत्सना सिंह, उत्प्रेरक रीना शर्मा, ललिता व सहायक जलागम विकास अधिकारी प्रदीप शर्मा, प्रशिक्षक अभियार्थियों को प्रशिक्षण दिया । दो दिवसीय कार्यशाला में सुगना देवी, निर्मला शर्मा, अनिता शर्मा, श्यामा देवी, मधुबाला आदि उत्प्रेरकों ने भाग लिया । सहायक विकास जलागम विकास अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि इस वर्ष ग्राम पंचायत वाउनल – काकोग, नेहली-धिडा, धार-टिकरी, अंधेरी, जामना, सैंज, नगेता आदि पंचायतों के मोटिवेटर को विशेष प्रशिक्षण दिया गया । कार्यशाला में परमिन्दर सिंह, मोहन सिंह व डाक्टर विवके लामबा, प्रतिभागियों को पशु पालन व कृषि से समबन्धित विस्तृत जानकारी दी गई ।

ऋचा कुन्द्रा, नाहन 18 मार्च

ज़िला सिरमौर में चलाए जा रहे सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान में हुई प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त श्री जीके श्रीवास्तव ने बताया कि ज़िला की 228 पंचायतों में से 128 पंचायतों को सम्पूर्ण स्वच्छ घोषित कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सभी ग्राम पंचायतों को खुले में शौच करने की प्रवृति को समाप्त कर सम्पूर्ण स्वच्छ बनाना है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत ज़िला की 21 पंचायतों को निर्मल ग्राम पुरस्कार तथा 15 ग्राम पंचायतांे को महर्षि बाल्मीकी पुरस्कार दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि विकास खण्ड पच्छाद पूरी तरह से खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत ज़िला के विभिन्न स्कूलों में 1500 शौचालय स्वीकृत किए गए थे जिनमंे से अभी तक 632 शौचालय बनकर तैयार हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में अध्यापक अपनी अहम् भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि सभी अध्यापक प्रार्थना सभा में बच्चांे को स्वच्छता के बारे में जानकारी दें ताकि वे अपने अभिभावकों को अपने घरों में शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित कर सकें। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण स्वच्छता का अर्थ न केवल खुले में मल त्याग रहित बनाना है अपितु इसमें साफ-सफाई से संबंधित लोगों के व्यवहार भी शामिल करना है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कर्मचारियों से कहा कि वे अपने घरों में शौचालयों का निर्माण अवश्य करवाएं।

उन्होंने बताया कि ज़िला में इस अभियान में और प्रगति लाने के लिए पहली अप्रैल से चार अप्रैल तक चार दिवसीय विशेष अभियान चलाया जाएगा जिसके अंतर्गत पहली अप्रैल स्वच्छता प्रहरी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिन स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में विभिन्न विभागों द्वारा स्वच्छता के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि 2 अप्रैल सूचना एवं शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाएगा जिसके अंतर्गत ज़िला के विभिन्न समाचार पत्रों के संवाददाताओं को इस अभियान के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि 3 अप्रैल को वातावरण और स्वच्छ जल के रूप में मनाया जाएगा जिसके अंतर्गत धार्मिक संस्थाओं में सभी समुदाय के सदस्यों को स्वच्छता के प्रति शपथ दिलाने के बाद गांव की साफ-सफाई के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाएगा जिसके अंतर्गत ग्राम सभा दिवस पर सम्पूर्ण स्वच्छता के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा।

ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी श्री रविन्द्र शर्मा ने कहा कि इस अभियान में तेजी लाने के लिए प्रचार-प्रसार पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने सभी जन प्रतिनिधियों से कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में आगे आकर ज़िला सिरमौर को सम्पूर्ण स्वच्छ घोषित करवाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि घर में व्यक्तिगत शौचालय बनाना एवं उसका नियमित प्रयोग परिवार तथा गांव के स्वास्थ्य एवं समृद्धि के हित में हैं।

इस अवसर पर ज़िला परिषद अध्यक्ष श्रीमती मंजू शर्मा, उपाध्यक्ष श्री अमर सिंह कपूर, शिक्षा उप निदेशक उच्च श्री रामनाथ शर्मा, उप निदेशक प्रारम्भिक श्री केसी राणा, एपीओ श्री अशोक सखुजा, परियोजना अर्थशास्त्री श्री प्रताप सिंह चौहान, उप निदेशक पशुपालन विभाग श्री प्रमोद गुप्ता, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी श्री आरके शर्मा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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