ज्वालामुखी: पंचायत समिति देहरा का टास से चुनाव हारने वाली ममता ठाकुर ने आज यहां आरेाप लगाया कि प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रेमश धवाला ने एक साजिश के तहत उन्हें बी डी सी देहरा के चैयरमेन के चुनावों में हरवाया। ममता देहरा में भाजपा उम्मीदवार से टास पर चुनाव हारी हें। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लडा था। आज यहां पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करेत हुये ममता ठाकुर ने कहा कि हर चुने हुये नुमाईंदे का चुनाव मैदान में उतरना हक है। इसी लिहाज से उन्होंने चुनाव लडने का फैसला लिया था। लेकिन प्रदेश के कबीना मंत्री रेमश धवाला ने पहले उनके समर्थक पंचायत समिति सदस्यों को बंधक बनाया। लेकिन जब इस बात पर भी उनका दिल नहीं भरा तो मेरे पिता रशपाल सिंह को सरेआम सबके सामने धवाला ने अपमानित किया। काबिलेगौर है कि ममता ठाकुर के पिता रशपाल सिंह देहरा ब्लाक समिति में अधीक्षक के तौर पर तैनात हैं।
ममता ठाकुर ने बताया कि उनके पिता रशपाल सिंह को तबादले की धमकियां दी जा रही हैं।। उन्होंने स्पष्टï किया कि उनके पिता का किसी भी सूरत में अब तबादला होता है तो वह पंचायत समिति के कार्यालय के बाहर रमेश धवाला के खिलाफ धरने पर बैठेंगी। उन्होंने बताया कि उनके पिता मंत्री की धमकियां मिलने के बाद डिप्रेशने में चले गये। उनकी तबीयत बीती रात से खराब है। इसके लिये पूरी तरह से रमेश धवला ही जिम्मेवार हैं। उन्होंने बताया कि रमेश धवाला अगर ऐसा न करते तो चुनावों में जीत उनकी ही होती। ममता बताती हैं कि उनके समर्थक सदस्यों में ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी में हैं। व उन्हें भी धमकाया जा रहा है।
इस बीच परागपुर के विधायक योग राज प्रदेश सरकार से इस मामले की जांच कराने की मांग करते हुये दलील दी कि धवाला का रवैया गलत था। बकौल उनके धवाल ा ने अपनी हार को देखकर ही यह सब तमाशा किया। कांग्रेस की ओर से चुनाव का मोरचा संभाले नरदेव कंवर ने सारे घटनाक्रम पर अफसोस जाहिर करते हुये कहा कि धवाला ने लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया है। इस मामले पर कबीना मंत्री रमेश धवाला ने माना कि उनकी ममता के पिता रशपाल सिंह से बात हुई थी। लेकिन उन्होंने कोई धमकी नहीं दी।