धर्मशाला /ज्वालामुखी: महामहिम दलाई लामा ने तिब्बतियन समुदाय का आह्वान किया है कि वह राष्ट्रीय जनगणना-2011 के प्रथम चरण में की जा रही जनगणना में जिला प्रशासन को अपना पूर्ण योगदान दें।महामहिम दलाई लामा ने आज अपने निवास स्थान पर मक्लोडगंज में राष्ट्रीय जनगणना कार्यक्रम-2011 के लिये जनगणना अधिकारियों को अपने पूर्ण ब्यौरा दिया।महामहिम ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन के 50 वर्ष इस शांतिप्रिय राज्य में व्यतीत किये हैं और यह उनका अहोभाग्य है कि राष्ट्रीय जनगणना में उन्हें और पूरे तिब्बतियन समुदाय को शामिल किया जा रहा है।महामहिम दलाईलामा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस बार राष्ट्रीय जनगणना-2011 में भारत के हर व्यक्ति के मकानों का सूचीकरण एवं राष्ट्रीय जनगणना रजिस्टर तैयार किया जा रहा है तथा इस कार्य में तिब्बतियन समुदाय के सभी लोग अपना पूर्ण ब्यौरा उपलब्ध करवायेंगे ताकि हिमाचल प्रदेश अथवा अन्य राज्यों में रहने वाले तिब्बतियन समुदाय को किस प्रकार की असुविधा न हो।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी, संदीप कुमार ने महामहिम दलाई लामा को राष्ट्रीय जनगणना-2011 के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रथम चरण की जनगणना का कार्य 7 अप्रैल से आरम्भ किया गया है, जिसमें प्रथम चरण के दौरान 22 मई, 2010 तक मकानों का सूचीकरण व गणना और राष्ट्रीय जनगणना रजिस्टर को तैयार किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि इस जनगणना के मापदण्डों के अनुसार यदि कोई विदेशी नागरिक पिछले छ: मास से यहां रह रहा है और अगले छ: मास तक यदि वह यहां रहना चाहता है तो ऐसे विदेशी नागरिक को भी जनगणना रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।उन्होंने बताया कि जो तिब्बतियन नागरिक जनगणना में अपना नाम दर्ज नहीं करवाएंगे, उन्हें भारत एवं प्रदेश सरकार द्वारा नागरिकों को दी जाने वाली सुविधाएं जैसे पहचान-पत्र, राशन कार्ड, गाड़ी का पंजीकरण एवं लाइसैंस इत्यादि बनाने के लिये आवश्यक औपचारिकताओं को पूर्ण करने में समस्या उत्पन्न हो सकती है। अतिरिक्त दण्डाधिकारी ने बताया कि इस बार होने वाली जनगणना अपने आप में ऐतिहासिक जनगणना होगी जिसमें सभी व्यक्तियों को विशेष कोड प्रदान करके राष्ट्रीय पहचान पत्र जारी किये जाएंगे ताकि राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक व्यक्ति की अलग पहचान बन सके। इस अवसर पर एसडीएम धर्मशाला, डीसी राणा भी उपस्थित थे।