महिलाओं और बालिकाओं के जीवन में गुणात्मक सुधार के लिये प्रदेश सरकार कृतसंकल्प – डॉ शांडिल

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शिमला : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं के जीवन में गुणात्मक सुधार के लिये प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि आज समय है की हम प्रत्येक महिला का सम्मान करने और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लें। 

डॉ. शांडिल आज यहाँ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी महिलाओं को सशक्त बनाने की है। इसी दिशा में वर्तमान प्रदेश सरकार ने प्रदेश की 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह देने की घोषणा की है

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डॉ. शांडिल ने कहा कि आज के समय में लड़कियाँ और महिलायें किसी से कम नहीं हैं और उन्होंने अपनी उपलब्धियों से पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री शगुन योजना, बेटी है अनमोल योजना, विधवा पुनर्विवाह योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि योजनाएँ सरकार द्वारा चलाई जा रही है।कैबिनेट मंत्री ने महिलाओं से राजनीति के क्षेत्र में भी सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश विधान सभा में केवल एक महिला विधायक है जबकि महिलाओं की भागीदारी बराबर होनी चाहिए। इसलिए प्रदेश की महिलाओं को राजनीति में भी आगे आना चाहिए। 

हिमाचल प्रदेश महिला विकास प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में श्रीमति वर्षा कटोच पुत्री नरेश चंद कटोच गांव टी इस्टेट जिक्कर, डाकघर व तहसील कांगड़ा, जिन्होंने पिछले 5 वर्षो से महिला उत्थान व सशक्तिकरण के लिए अलग-अलग कार्य किये है। इन्हें विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया है तथा हिमाचल प्रदेश कला साहित्य अकादमी द्वारा ‘Women Power Award’ द्वारा भी सम्मानित किया गया है। सामाजिक सेवाओं के क्षेत्र में श्रीमति अनिता ठाकुर, वीपीओ कलाथ, तहसील मनाली, जिला कुल्लू, इनके द्वारा 2013 से 21 वृद्ध जनों को खाना, आश्रय व स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है साथ ही 40 मंदबुद्धि महिलाओं को भी भोजन व आश्रय प्रदान किया गया है। इनके द्वारा 6 स्वयं सहायता समूह भी चलाए जा रहे है तथा श्रीमति दिपाला चौहान, वीपीओ पुजारली नं.4, तहसील रोहडू, जिला शिमला, इनके द्वारा छोड़े गए बेजुबान जानवरों का रेसक्यू कर उन्हें आश्रय, चारा व अन्य आवश्यक उपचार दिया जा रहा है, को सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री शगुन योजना के अंतर्गत सोलन जिला की लाभार्थी कृष्णा देवी, चम्पा देवी, कुसुम देवी, शीला देवी तथा सीता देवी व शिमला जिला के बसन्तपुर से लाभार्थी प्रकाश, हरी नंद तथा जोगिन्द्र सिंह एवं जुब्बल से लाभार्थी सोहन लाल व मोहिन्द्र सिंह को 31-31 हजार रूपए के चेक भेंट कर सम्मानित किया गया। 

इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई गई जिनके विजेताओं को मुख्य अतिथि ने नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पवना और उषा, द्वितीय स्थान सुनीता और तृतीय स्थान वीना और पुष्पा ने हासिल किया। इसी प्रकार, रस्साकशी में पहला स्थान कांता बेक्टा और टीम तथा दूसरा स्थान अनीता और टीम ने हासिल किया। म्यूजिकल चेयर में पहला स्थान कांता बेक्टा, दूसरा भावना गोयल तथा तीसरा स्थान अंजना ने हासिल किया। सुई धागा दौड़ में प्रथम स्थान पर कांता बेक्टा, द्वितीय स्थान पर इंद्रा ठाकुर और तृतीय स्थान पर अंजना रही। मेहंदी प्रतियोगिता में भावना गोयल, मीनाक्षी सूद और चंपा ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। रंगोली प्रतियोगिता में पुष्पा व उषा ने पहला स्थान, सुनीता ने दूसरा स्थान तथा वीना व पुष्पा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार लेमन स्पून रेस में पहला स्थान कांता बेक्टा, ममता ने दूसरा और मीनाक्षी सूद ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 

इससे पूर्व उन्होंने इस अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया और मिशन शक्ति के तहत स्टेट हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ़ वीमेन के लिए दो वाहनों को हरी झंडी भी दिखाई जिसमें एक वाहन राज्य स्तर पर और दूसरा जिला शिमला में व्यथित महिलाओं को सहायता प्रदान करने के लिए उपयोग की जाएँगी।

सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एम सुधा देवी ने स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया।
निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग, रूपाली ठाकुर ने धन्यवाद संबोधन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर डॉ. दीपाली, महापौर नगर निगम शिमला सुरेंद्र चौहान, उपमहापौर उमा कौशल, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ. गोपाल बैरी सहित, विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।