नाहन : समाज में अंतिम पंक्ति में खड़ी महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान करना ही अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का वास्तविक उद्देश्य है ताकि वह सामाजिक आर्थिक व राजनीतिक रूप से सुदृढ़ होकर देश के विकास में अपनी अहम भूमिका अदा कर सके।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल. आर. वर्मा ने गुरूवार को नाहन के एस.एफ.डी.ए. हाल में आयोजित जिला स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए यह उदगार व्यक्त किये।
एल. आर. वर्मा ने कहा कि आज की महिला प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है जो की गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि बेटा बेटी एक समान है तथा हम सभी को लिंग भेद को समाज से हटाने के लिए अपनी मानसिकता को बदलना है।
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सिरमौर माधवी सिंह ने अपने संबोधन में महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि किसी भी बालिका या महिला को उत्पीड़न होने पर अपने अधिकारों की जानकारी व न्याय के लिए कोर्ट में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी बालिका का उत्पीडन होता है वह अपने अध्यापक, माता-पिता या पुलिस से सहायता प्राप्त कर सकती है या वह बालिका या महिला कोर्ट आ सकती है। पीड़ित को निशुल्क सहायता व परामर्श प्रदान किया जाता है व पीड़ित कानूनी सहायता के लिए फोन नंबर 15100 पर भी कॉल कर सकतीं है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील शर्मा ने मुख्य अतिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस विभाग की महिला अधिकारी द्वारा घरेलू हिंसा पोक्सो एक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
नाहन शहरी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर समूह गान प्रस्तुत किया गया। इसके अतिरिक्त डाइट के छात्र-छात्राओं द्वारा सोशल मीडिया एवं महिला सुरक्षा विषय पर लघु नाटिका तथा नाटी भी प्रस्तुत की गई।
इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी रमा रेक्टा सहित महिला बाल विकास विभाग के कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे।