मंडी : मानसून सीजन से पहले आपदा से बचाव को लेकर जिला प्रशासन मंडी ने तैयारियां शुरू कर दी है ताकि किसी भी आपात स्थिति से कारगर तरीके से निपटा जा सके। उपायुक्त अपूर्व देवगन की अध्यक्षता में सोमवार को तैयारियों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि जिला में भू-स्खलन की दृष्टि से संबेदनशील क्षेत्रों में 25 जून तक सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से तीन महीने का राशन उपलब्ध करवा जाएगा। उन्होंने कहा कि मानसून में सभी अधिकारी अलर्ट पर रहें और जिम्मेदारी से अपना काम करें।
उन्होंने सभी एसडीएम और विभागों को उपमंडल स्तर पर मानसून से बचाव को लेकर 15 जून से पहले उपमण्डल स्तर पर बैठक करने और भू-स्खलन को लेकर संवेदनशील सड़कों और गांवों, उपलब्ध संसाधनों और अस्थायी आश्रयों की सूची बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने जेसीबी, डोजर और अन्य मशीनरी या उपकरण आदि की पहचान करने और 15 जून, 2024 से पहले सारी सूची उपायुक्त कार्यालय को भेजने और मानसून से पहले क्लस्टरवार पर्याप्त जनशक्ति और मशीनरी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन कन्ट्रोल रूम खोलने और इसके 24 घंटे कार्यशील रखने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने सभी एसडीएम, आयुक्त एमसी, पीओ डीआरडीए को संवेदनशील क्षेत्रों में की पानी की उचित निकासी के लिए नालों की तुरंत सफाई करवाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बैठक मंे पिछली बरसात में मंडी से कुल्लू मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से हुई भारी परेशानी को मध्यनजर रखते हुए एनएचएआई के अधिकारियों को इस मार्ग पर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर आवश्यक मशीनरी तैनात करने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में सड़क को बिना किसी देरी के बहाल किया जा सके।
उन्होंने एनएचएआई को बरसात से पहले इस मार्ग की मुरम्मत करने तथा पक्का करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने मंडी से कुल्लू वाया कटौला सड़क को भी बरसात में दुरस्त रखने के लिए आवश्यक कार्य समय पर करने के निर्देश दिए। बैठक में एनएचएआई के अधिकारी ने बताया कि नेरचौक से पंडोह तक मशीनरी/जेसीबी तैनात कर दिए गए हैं। इस मार्ग पर चट्टानों को गिरने से रोकने के लिए एहतियात भी बरती जा रही है। उपायुक्त ने कहा उनकी अगुवाई में बहुत जल्दी इस मार्ग का संयुक्त निरीक्षण करवाया जाएगा ताकि किसी प्रकार की कमी पाए जाने पर समय पर उसे ठीक किया जा सके।
बैठक में एसपी मंडी साक्षी वर्मा, एडीसी मंडी रोहित राठौर और लोक निर्माण, जल शक्ति, विद्युत, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, शहरी विकास सहित अन्य विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद रहे और जिला के सभी एसडीएम विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल रहे।