मारकंडा ऋषि की कृपा: देर रात अपने आप लौटीं 10 भैंसें, पर 5 बछड़े अब भी लापता

नाहन : शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में अचानक बढ़ी मारकंडा नदी के पानी ने एक पशुपालक की रोज़ी-रोटी पर संकट खड़ा कर दिया। सलानी गांव निवासी सुंदर सिंह की 10 भैंसें और 5 छोटे बछड़े तेज बहाव में बह गए थे। दिनभर की खोज के बाद देर रात करीब 10 बजे इनमें से 10 भैंसें खुद-ब-खुद घर लौट आईं, जबकि 5 छोटे बछड़ों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

सुंदर सिंह हर रोज की तरह शुक्रवार दोपहर अपनी भैंसों को चराने नदी किनारे ले गए थे। दोपहर तक नदी शांत थी, लेकिन शाम करीब 4 बजे ऊपरी इलाकों में हुई मूसलधार बारिश का पानी अचानक नदी में उतर आया और कुछ ही मिनटों में नदी उफान पर आ गई। तेज बहाव में भैंसें पानी में फंस गईं। सुंदर सिंह ने उन्हें बाहर निकालने की भरसक कोशिश की, लेकिन पानी की रफ़्तार के आगे असहाय हो गए।

मारकंडा ऋषि की कृपा

शाम तक भैंसों की तलाश कालाअंब तक की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। देर रात करीब 10 बजे गांव में अचानक खुशी की लहर दौड़ी, जब 10 भैंसें सुरक्षित घर लौट आईं। सुंदर सिंह भावुक होकर बोले, “हम पूरी तरह टूट चुके थे, लेकिन ऊपरवाले और मारकंडा ऋषि की कृपा से ये लौट आईं। भरोसा है बाकी भी आ जाएंगी।”

5 छोटे बछड़ों की खोज के लिए पड़ोसी राज्य हरियाणा के गांवों तक सूचना भेजी गई है, ताकि अगर वे किनारे लगें तो उनकी पहचान कर वापस लाया जा सके।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।