नाहन: प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार द्वारा प्रदेश वासियों के लिए अनेकों जनहितैषी तथा कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है।

इसी कड़ी में प्रदेश सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यतीत कर रहे परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गृह निर्माण हेतु 1 लाख 50 हज़ार रुपए अनुदान राशि प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री आवास योजना हिमाचल प्रदेश सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गरीब, बेघर और कच्चे मकानों में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पक्का और सुरक्षित मकान उपलब्ध करवाया जा सके। पर्वतीय राज्य होने के दृष्टिगत यह योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ की भौगोलिक परिस्थितियों, अधिक बरसात और बर्फबारी के कारण कच्चे मकानों में रहना बेहद मुश्किल और असुरक्षित है।
मुख्यमंत्री आवास योजना जरूरतमंदों के लिए उम्मीद की नई किरण बन रही है। यह योजना न केवल उन्हें एक पक्का घर उपलब्ध कराती है, बल्कि उनके जीवन में सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता की भावना भी लाती है।
ऐसी ही 78 वर्षीय लाभार्थी मलकीत कौर, पत्नी स्वर्गीय कर्मचंद जोकि जिला सिरमौर के पांवटा साहिब की भुंगरनी पंचायत की रहने वाली हैं, उन्होंने बताया कि उनका पूरा परिवार एक जर्जर कच्चे मकान में रहता था, जिसकी दीवारें बारिश में गीली होकर टूटने लगती थीं और छत से पानी टपकता था, सर्दियों की ठंडी हवाएं मकान की दरारों से अंदर घुस आती थीं, कई बार तो बरसात में उन्हें रात के समय पड़ोसियों के घर में शरण तक लेनी पड़ती थी।
उन्होंने बताया कि उनका बेटा तथा पति मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनकी एक बेटी भी है जिसका उन्होंने विवाह कर दिया है। उन्होंने बताया कि लगभग 12 साल पहले उनके बेटे की अकस्मात् मृत्यु हो गई, जिस कारण पूरा परिवार अस्त व्यस्त हो गया।
मलकीत कौर ने बताया कि बेटे की मृत्यु के उपरांत पति ही मेहनत-मजदूरी करते थे, जिसके द्वारा बड़ी मुश्किल से घर का खर्च चलता था। उन्होंने कहा कि इन परिस्थितियों में वह घर की कल्पना भी नहीं कर सकते थे और पुराने जर्जर मकान में रहने के लिए मजबूर थे।
मलकीत कौर ने बताया कि कुछ दिनों पहले उनके पति का भी स्वर्गवास हो गया है, परंतु पिछले वर्ष उनके पति ग्राम पंचायत की बैठक में गए थे, जहाँ पंचायत सचिव ने मुख्यमंत्री आवास योजना के बारे में सभी लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश सरकार गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए 1 लाख 50 हज़ार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
जिसके उपरांत मलकीत कौर ने मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मिलने वाली राशि के लिए वांछित दस्तावेजों सहित आवेदन किया, जिस के उपरांत कुछ ही समय में उनका नाम मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सूची में शामिल कर दिया गया तथा प्रदेश सरकार द्वारा उन्हें तीन किस्तों में 1 लाख 50 हज़ार रुपए की राशि प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त मनरेगा के तहत मजदूरी की भी सुविधा उपलब्ध करवाई गई ताकि घर का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण हो सके।
मलकीत कौर ने कहा कि पारिवारिक परिस्थितियों के साथ-साथ उनकी आर्थिक स्थिति भी इतनी कमजोर थी कि वह जीवन भर अपना पक्का मकान नहीं बना सके, परंतु प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से मिली आर्थिक सहायता से आज सर छुपाने के लिए उनका पक्का आशियाना बन सका। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा प्रदेश सरकार का तहेदिल से धन्यवाद किया है।