मुख्यमंत्री द्वारा कृषि विविधता अपनाने पर बल

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धर्मशाला: मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि किसानों को पारंपरिक कृषि प्रणाली में विविधता लानी चाहिए जिससे उन्हें अच्छा लाभ होने के साथ-साथघर-द्वार पर ही रोजगार व स्वरोजगार के अवसर भी मिल सकें। मुख्यमंत्री आज हमीरपुर जिला के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, लम्बलू के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने लम्बलू में 4 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आईटीआई परिसर तथा 1 करोड़ रुपये की लागत से 10 बिस्तरों वाले स्तरोन्नत आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधारशिला रखी।

प्रो. धूमल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में समान रूप से विकास एवं कल्याण गतिविधियां कार्यान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि सेब उत्पादक क्षेत्रों के चार चयनित खंडों को फसल बीमा योजना के अंतर्गत लाया गया है। इसी प्रकार आम उत्पादक क्षेत्रों के चयनित विकास खंडों को भी इस योजना में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक कृषि पद्धति में तेजी से बदलाव आ रहा है और प्रगतिशील किसान निचले क्षेत्रों में सेब तथा ऊपरी क्षेत्रों में आम की फसल पैदा कर रहे हैं। किसान समुदाय के तीव्र आर्थिक उत्थान के लिए कई योजनाएं आरंभ की गयी हैं। राज्य ने पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के साथ एक समझौता किया है, जिसके अंतर्गत योगपीठ आयुर्वेदिक दवाओं व अन्य उत्पादों के निर्माण के लिए प्रदेश के किसानों के सभी जैविक उत्पाद खरीदेगा। उन्होंने कहा कि समाज का ऐसा कोई वर्ग नहीं है, जो प्रदेश सरकार की योजनाओं से लाभान्वित न हुआ हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार उन सभी औद्योगिक इकाइयों को सुविधाएं प्रदान करेगी, जो कंपनियों में सेवारत युवाओं के दक्षता उन्नयन के लिए कार्य कर रही हैं। आज तकनीकी शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसमें युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि लम्बलू में आईटीआई भवन का निर्माण समयबद्ध तरीके से किया जाएगा, जहां क्षेत्रीय युवाओं को अपनी दक्षता में सुधार लाने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक दौर में युवाओं को कठिन परिश्रम के साथ-साथ व्यावसायिक रूप से भी दक्ष बनना होगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि स्वरोजगार एवं रोजगार प्राप्त करने के लिए प्रदेश सरकार की विभिन्न नीतियों एवं कार्यक्रमों के माध्यम से उपलब्ध करवाये जा रहे अवसरों का लाभ उठाएं।

प्रो. धूमल ने कहा कि आयुर्वेदिक अस्पताल का निर्माण कार्य आरंभ करने के लिए 35 लाख रुपये तथा आईटीआई भवन के निर्माण के लिए 83 लाख रुपये पहले ही उपलब्ध करवा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विकासात्मक गतिविधियां तेज करने के लिए धन की कमी नहीं है और राज्य के प्रत्येक हिस्से में विकासात्मक गतिविधियां बड़े पैमाने पर चल रहीं हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लम्बलू में विद्यार्थियों को बेहतर अकादमिक/शैक्षणिक महौली उपलब्ध करवाने तथा आधारभूत सुविधाओं को स्तरोन्नत करने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवायी गई है।

मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि लोगांे की विकास संबंधी सभी मांगों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने लम्बलु में सामुदायिक केन्द्र के लिए 3 लाख रुपये तथा विद्यार्थियों को सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 25 हजार रुपये स्वीकृत किए।

इस अवसर पर शनि मंदिर कमेटी के अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश शर्मा ने मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री राहतकोष के लिए 21 हजार रुपये व रावमापा लम्बलू की प्रधानाचार्य श्रीमती पुष्पा वर्मा ने 21 हजार रुपये का ड्राफ्ट तथा श्री राकेश पठानिया ने 1100 रुपये का बैंक ड्राफ्ट मुख्यमंत्री को भेंट किया।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने उपायुक्त कार्यालय, हमीरपुर में 58 लाख रुपये की लागत से एकीकृत सेवा केन्द्र-‘सुगम’ केन्द्र का लोकार्पण किया, जिससे जिले के लोगों को एक ही छत के नीचे सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध होंगी। इस केन्द्र की स्थापना से नागरिक सेवाएं प्रदान करने में पारदर्शिता एवं दक्षता भी आएगी। उन्होंने कहा कि इसमें और अधिक सेवाएं जैसे जी-2-सी, जी-2-जी और जी-2-वी को भी शामिल किया जा रहा है, ताकि लोगों को एक ही स्थान पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि आरटीआई सूचना, पेंशन प्रमाणपत्र, अपंगता प्रमाणपत्र, वरिष्ठ नागरिक प्रमाणपत्र एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगे। इसके अंतर्गत ई-गवर्नेंस के तहत विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता बिल भी जमा हो सकेंगे।

इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने जन शिकायतें भी सुनीं तथा संबंधित अधिकारियों को प्रभावित लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने स्कूल के मेधावी छात्रों को पुरस्कार भी वितरित किए।

विधायक श्री बलदेव शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा लम्बलू में दो महत्वपूर्ण मीलपत्थर स्थापित करने के लिए उनका धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य ने राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के दर्जनों पुरस्कार प्राप्त किए हैं।

रावमापा लम्बलू की प्रधानाचार्य श्रीमती पुष्पा वर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा पाठशाला की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।