मंडी: हिमाचल सरकार की ‘मुख्यमंत्री हिमाचल हैल्थ केयर स्कीम – हिमकेयर’ हर हिमाचली को स्वास्थ्य सुरक्षा का संबल देने में बहुत सहायक सिद्ध हुई है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति पैसे की कमी के कारण इलाज से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री की इस सोच को साकार करने में हिमकेयर योजना बहुत कारगर रही है, जिसमें पात्र परिवारों को 5 लाख रुपये सालाना का स्वास्थ्य बीमा कवर मिला है।
जनता को और सहूलियत देते हुए सरकार ने अब हिमकेयर में नए परिवारों का पंजीकरण पूरे वर्ष करने का निर्णय लिया है वहीं इसकी नवीनीकरण अवधि 3 वर्ष के लिए बढ़ा दी गई है। अब एक साल की फीस में ही हिमकेयर कार्ड तीन साल के लिए बनेगा। सभी प्रदेशवासियों विशेष तौर पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को इससे बहुत मदद मिली है। प्रदेश में अब तक 1 लाख 12 सौ 8 रोगी इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा पर सरकार ने 84 करोड़ रुपये व्यय किए हैं। प्रदेश में अभी तक लगभग साढ़े 8 लाख लोगों ने योजना में अपना पंजीकरण कराया है।वहीं मंडी जिले में हिमकेयर में 21 हजार 788 लोगों को 8.86 करोड़ रुपये के लाभ दिए गए हैं। जिले में 1 लाख 9 हजार 926 लोगों ने योजना में अब तक अपना पंजीकरण कराया है। बता दें, जय राम सरकार ने इस योजना को हिमाचल प्रदेश के उन सभी नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने के लिए आरंभ किया था जो केंद्र सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना में कवर नहीं थे। यह योजना 1 जनवरी, 2019 को आरंभ की गई थी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र शर्मा बताते हैं कि हिमकेयर योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा लाभार्थी परिवार को प्रदान किया जाता है। इस योजना का लाभ एक परिवार के 5 सदस्य उठा सकते हैं। यदि किसी परिवार में पांच से ज्यादा सदस्य हैं, तो शेष सदस्यों को अलग से नामांकन कर कार्ड प्रदान किया जाएगा। योजना के अंतर्गत लाभार्थी उन सभी अस्पतालों में अपना इलाज करवा सकते हैं जो आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत एम्पैनेल्ड हैं।
योजना से लाभ पाने वाले लोग मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का दिल से शुक्रिया अदा करते नहीं थकते। उनका कहना है कि बीमारी का खर्चा गरीब आदमी की कमर तोड़ देता है। यह बड़ी सुविधा है कि हिमाचल सरकार रोगियों के खर्चे उठा रही है, गरीब की जेब से एक पैसा नही लग रहा, इसके लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का जितना धन्यवाद करें कम होगा।इसी कड़ी में सदर मंडी के बन्युर गांव की 33 साल की गगना देवी बताती हैं कि उन्होंने अपना हिम केयर कार्ड नजदीकी लोकमित्र केंद्र में बनवाया है और उन्हें इससे बहुत फायदा हुआ है। उन्हें पित्ते की पथरी थी, जिसका इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में कराया, जहां हिम केयर कार्ड से उनका मुफ्त इलाज हुआ। उन्होंने इस योजना के लिए मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार जय राम ठाकुर का धन्यवाद किया।
कोटमोरस के पुखर गांव के 64 वर्षीय तेज सिंह ने बताया कि उनकी धर्मपत्नी कृष्णा देवी कुछ समय से बीमार चल रही थीं, उन्हें जोनल अस्पताल मंडी में दाखिल कराना पड़ा। हिमकेयर कार्ड के चलते दवाई से लेकर इलाज तक सब मुफ्त हुआ। बन्युरी गांव की दीपिका कहती हैं कि यह सरकार की एक अच्छी योजना है जिसमें परिवार के 5 सदस्यों को कोई भी गम्भीर बीमारी है तो वे अपना इलाज प्राइवेट या सरकारी अस्पताल से मुफ्त में करवा सकते हैं । मंडी जिले के टिल्ली गांव हिमकेयर कार्ड धारक नारायण सिंह गुलेरिया का कहना है कि अस्पतालों में मुफ्त इलाज हो रहा है, जिससे लोगों को खर्चे की चिंता से मुक्ति मिली है।उपायुक्त अरिंदम चौधरी का कहना है कि सरकार उन सब लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने को प्रयासरत है जो अपनी आर्थिक स्थिति के कारण अच्छी स्वास्थ्य सेवा वहन नहीं कर सकते हैं। ऐसे सभी लोगों के लिए हिमकेयर योजना बड़ी मददगार है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से योजना में अपना पंजीकरण कराने और इसका लाभ लेने का आग्रह किया है।
ऐसे लें योजना का लाभ
हिमकेयर योजना के अंतर्गत लोक मित्र केंद्र या कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। लोग स्वास्थ्य विभाग पोर्टल पर भी आसानी से स्वयं ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। वे डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट एचपीएसबीवाईएस डॉट आइएन (www.hpsbys.in) पर लॉगिन करके स्वयं पंजीकरण कर सकते हैं। इसके लिए आधार कार्ड और राशन कार्ड की कॉपी अपलोड करके एवं पात्रता के अनुरूप ऑनलाइन दर्शायी फीस 365 रुपये अथवा 1000 रुपये भरके पंजीकरण कराया जा सकता है।
इन खास बातों का रखें ध्यान
योजना के तहत बीपीएल, पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी वाले, स्वच्छता कार्यों में जुड़े लोग और मनरेगा में 50 दिन या उससे अधिक कार्य किया है, उनका हिमकेयर कार्ड निशुल्क बनता है। इसके अतिरिक्त एकल नारी, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग, 70 वर्ष की आयु से अधिक वरिष्ठ नागरिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं, आशा वर्कर्ज, मिड-डे-मील कार्यकर्ता, दिहाड़ीदार (सरकारी, स्वायत्त संस्थानों, सोसायटी, बोर्ड एवं निगम के कर्मचारी), अनुबंध और आउटसोर्स कर्मचारी से केवल 365 रुपए और उपरोक्त के अतिरिक्त जो व्यक्ति नियमित सरकारी कर्मचारी या सेवानिवृत्त कर्मचारी नहीं है वे 1000 रुपये देकर योजना के तहत कार्ड बनवा सकते हैं। सेवानिवृत्त, पैंशनधारी एवं सरकारी कर्मचारी (पति-पत्नी) हिमकेयर योजना में नहीं आते, लेकिन वे अपने बच्चे जो 25 वर्ष से अधिक आयु के हैं के कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिन लाभार्थियों के आयुष्मान योजना के तहत कार्ड बने हुए हैं वे हिमकेयर के कार्ड के लिए आवेदन नहीं कर सकते। जानकारी के लिए मोबाइल 98162-55492 पर करें कॉलइस सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य बीमा योजना सोसायटी के जिला समन्वयक विकास कुमार से उनके मोबाइल 98162-55492 पर सम्पर्क किया जा सकता है।