शिमला: राजधानी शिमला स्थित हिमाचल प्रदेश नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (HPNLU) रैगिंग के एक संगीन मामले से दहल गई है। कानपुर निवासी एक जूनियर छात्र ने 8 से अधिक सीनियर छात्रों पर मारपीट करने, प्रताड़ित करने और उसे चट्टान से नीचे फेंककर जान से मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।

इस घटना से बुरी तरह सहमे छात्र ने आत्महत्या का भी प्रयास किया, जिसे उसके दोस्तों ने ऐन वक्त पर नाकाम कर दिया। पीड़ित छात्र ने अपने भाई को व्हाट्सएप पर एक सुसाइड नोट भी भेजा था। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर 8 नामजद समेत कई अन्य छात्रों के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या हैं छात्र के आरोप?
कानपुर निवासी छात्र अविरल पांडे ने अपनी शिकायत में बताया कि 30 अगस्त को दोपहर करीब 1 बजे मारौग हॉस्टल के सामने चौथे और पांचवें वर्ष के सीनियर छात्रों के एक समूह ने उसे घेर लिया। आरोप है कि छात्रों ने उस पर जानलेवा हमला किया और उसे पास की एक चट्टान से नीचे फेंकने का प्रयास भी किया। अविरल के अनुसार, अपनी जान बचाने के लिए उसने एक सीनियर छात्र से छीना हुआ चाकू आत्मरक्षा में निकाला, लेकिन वे उसे लगातार धमकाते रहे।
खौफ के बाद आत्महत्या की कोशिश
इस खौफनाक घटना के बाद अविरल इतना डर गया कि उसने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया। उसने अपने भाई को व्हाट्सएप पर एक लंबा संदेश लिखा, लेकिन किस्मत से उसके दोस्त वहां पहुंच गए और उसे ऐसा करने से रोक लिया। पीड़ित छात्र ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ईमेल के जरिए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को भी भेजी है।
शिमला के बालूगंज थाना में पीड़ित की शिकायत पर 7 से ज्यादा छात्रों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है ।