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राज्य में प्रभावी आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए गैर सरकारी संगठनों के मध्य समन्वय महत्वपूर्ण

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शिमला: निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व-आपदा प्रबन्धन डी.सी. राणा की अध्यक्षता में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंटर एजेंसी गु्रप (एचपीआईएजी) और जिला इंटर एजेंसी ग्रुप (डीआईएजी) के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला और राज्य स्तर पर इंटर एजेंसी ग्रुप के साथ जुड़े हुए एनजीओ द्वारा आपदा प्रबन्धन के लिए चलाई जा रही गतिविधियों की समीक्षा की।

इस बैठक में एचपीआईएजी/डीआईएजी संयोजकों और सभी जिलों के सदस्यों ने जिला प्रशासन के साथ उनकी कार्य के बारे में चर्चा की और वर्तमान महामारी से निपटने  में उनकी भूमिका से अवगत करवाया। बैठक में जिला अधिकारियों के साथ डीआईएजी सदस्यों द्वारा जिला अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर चुनौतियों से निपटने के बारे में भी बताया।

बैठक में डीसी राणा ने एचपीआईएजी/डीआईएजी समन्वय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रदेश में प्रभावी आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) के लिए तंत्र सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतियों के प्रबन्धन के लिए विभिन्न संगठनों द्वारा उठाए गए प्रतिक्रिया उपायों और की गई पहलों के महत्व और आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जिला अधिकारियों के साथ नियमित बैठक और संचार स्थापित करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे अधिकारियों के मध्य विश्वस्नीय सम्बन्धन स्थापित होंगे।

उन्होंने एचपीआईएजी/डीआईएजी नेटवर्क को वर्तमान कोविड-19 की स्थिति में अस्पतालों और आईसोलेशन इकाइयों में लोगों की देखभाल और उससे सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं से निपटने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करने का आग्रह किया।

डीसी राणा ने एचपीआईएजी/डीआईएजी के सदस्यों को हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान ‘समर्थ’ के अन्तर्गत आयोजित की जा रही गतिविधियों और कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।