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संवाददाता

राज्य में वर्षा से सड़कों को हुई क्षति के कारण 305 करोड़ रुपये का नुकसान

शिमला: राज्य में वर्तमान मानसून सीज़न में हुई वर्षा के कारण इस वर्ष सड़कों एवं पुलों को हुई क्षति से 305 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह जानकारी लोक निर्माण मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। इस बैठक का आयोजन राज्य में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान की समीक्षा के लिए किया गया था।

ठाकुर गुलाब सिंह ने कहा कि राज्य मार्गों, मुख्य सड़कों और ग्रामीण सड़कों को हुई क्षति से 225 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है और लगातार वर्षा के कारण इसके बढ़ने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों को हुई क्षति से 80 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि लगातार वर्षा के कारण इस वर्ष राज्य में सड़कों की मुरम्मत और बहाली का कार्य प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि गत तीन महीनों से जारी लगातार वर्षा से सड़कों, पुलों, कलवर्टों को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर इंजीनियर-इन-चीफ और ज़ोनल स्तर पर ज़ोनल मुख्य अभियंता सड़क बहाली के कार्य का अनुश्रवण कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित बनाया जा सके कि प्रदेश की सभी सड़कें खुली रहें और आम आदमी एवं फल उत्पादकों को सुविधा हो।

ठाकुर गुलाब सिंह ने कहा कि विभाग ने सड़क बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर आरंभ किया है तथा इस कार्य में समुचित संख्या में श्रमशक्ति एवं मशीनरी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए 1137 बुल्डोजर और 199 एक्सकावेटर-कम-लोडर तैनात किए गए हैं, जबकि 245 निजी जेसीबी किराये पर ली गईं हैं। उन्हांेने कहा कि क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि भू-स्खलन के कारण बंद सड़कों को खोलने के लिए समुचित संख्या में निजी जेसीबी तैनात की जाए, ताकि लोगों को असुविधा न हो।

उन्होंने कहा कि विभाग के अभियंताओं द्वारा किए गए अच्छे कार्य के कारण इस वर्ष एक भी सड़क भू-स्खलन के कारण बंद नहीं हुई। विभाग के प्रयासों से सेब उत्पादक भारी वर्षा के बावजूद भी बिना किसी परेशानी के अपने उत्पाद देश की विभिन्न मंडियों तक पहुंचाने में सफल रहे। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस माह की 30 तारीख तक कैरिएज वे से कचरा, कल्वर्ट की सफाई और सड़क के किनारे की नालियों को खोलना सुनिश्चित बनाएं।

ठाकुर गुलाब सिंह ने कहा कि वर्षा सीज़न की समाप्ति के उपरांत सड़कों की बहाली और मुरम्मत के कार्य को शीघ्र करने के लिए कार्य योजना तैयार की गयी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अधिकारियों से कहा गया है कि वे किसी भी प्रकार के अवकाश पर न जाएं। विभाग ने वर्षा ऋतु की समाप्ति के उपरांत किए जाने वाले पैच वर्क और समय≤ पर किए जाने वाले अन्य कार्यों के लिए चारकोल खरीद के लिए अग्रिम कार्यवाही कर ली है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को पूरा करने के लिए विभाग के पास वर्तमान में चारकोल के 26629 ड्रम उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि यदि मौसम पक्ष में रहा तो इस वर्ष 15 नवम्बर तक पैच वर्क का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वर्षा सीज़न में सड़कों की मुरम्मत के लिए इमल्शन चारकोल प्रयोग में लाया जाएगा।

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मुरम्मत एवं बहाली कार्य के लिए त्वरित सहायता के रूप में 30 करोड़ रुपये जारी किए हैं।

विशेष सचिव लोक निर्माण श्री पी.एल. चौहान, इंजीनियर-इन-चीफ श्री एम.एल. शर्मा, मुख्य अभियंता श्री सोनम तथा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।