नई दिल्ली: रेल मंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने आज संसद में वर्ष 2011-12 का रेल बजट प्रस्तुत किया। रेल बजट में रेल किराए में कोई वृद्धि न करने, 9 नई दूरांतों सहित कई रेलगाडि़यां चलाने, कुछ अतिरिक्त सब-अर्बन सेवाएं शुरू करने और विकलांगों, प्रेस संवाददाताओं, वरिष्ठ नागरिकों एवं महिलाओं को कई रियायतें देने के प्रस्ताव की घोषणा की गई है। रेल बजट की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं-
· रेल किराए में कोई वृद्धि नहीं।
· शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों को रियायत सुविधा राजधानी और शताब्दी में रेलगाड़ियों में भी देने का प्रस्ताव।
· प्रेस संवाददाताओं को परिवार सहित 50 प्रतिशत की रियायत बढ़ाकर साल में दो बार करने का प्रस्ताव।
· कीर्ति और शौर्य चक्र से सम्मानित लोगों को राजधानी और शताब्दी रेलगाड़ियों में यात्रा करने के लिए भी रियायत की सुविधा देने की घोषणा।
· मरणोपरांत परमवीर चक्र तथा अशोक चक्र वीरता पदक से सम्मानित अविवाहित व्यक्ति के माता-पिता को कार्ड पास सुविधा देने का प्रस्ताव।
· वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली 30 प्रतिशत रियायत को बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने की भी घोषणा।
· महिलाओं को 58 वर्ष की आयु में ही वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायत देने का प्रस्ताव।
· 9 नई दूरांतों रेलगाडियां चलाने का प्रस्ताव।
· एसी डबल डेकर सेवाएं चलाने का प्रस्ताव।
· 3 नई शताब्दी चलाने की घोषणा।
· स्वामी विवेकानंद की स्मृति में 4 विवेक एक्सप्रेस रेलगाडि़यां
· गुरू रवींद्रनाथ ठाकुर की 150 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 4 कवि गुरू एक्सप्रेस रेलगाड़ियां।
· 10 राज्य रानी एक्सप्रेस रेलगाड़ियां चलाने का प्रस्ताव।
· 56 नई एक्सप्रेस रेलगाड़ियां चलाने का प्रस्ताव।
· जन्म भूमि गौरव के नाम से विशेष पर्यटक रेलगाड़ी।
· रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर इंडस्ट्री इनिसिएटिव
· विशेष मालगाड़ी परिचालन
· कोयला और लौह अयस्क खानों से रेल कनेक्टिविटी
· 85 प्रस्ताव प्राप्त हुए, इन प्रस्तावों को आगे बढ़ाने के लिए सिंगल विंडो प्रणाली।
· चल स्टॉक की मांग को पूरा करने के लिए रेल आधारित उद्योग स्थापित करना।
· विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के सहयोग से न्यू जलपाईगुडी, आद्रा, जेल्लिंघम और कुलटी में कार्य शुरू किए गए जाएंगे।
· रायबरेली सवारी डिब्बा कारखाना से पहला सवारी डिब्बे का उत्पादन अगले तीन महीनों के अन्दर हो जाएगा।
· कई स्थानों पर रेल इंजनों, सवारी डिब्बों और महत्वपूर्ण कलपुर्जों की आपूर्ति के लिए परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं।
· पीपीपी/जेवी परियोजना मॉडल पर अधिकारियों का एक समूह कार्य करेगा।
· बज़बज, दानकुनी, नौपाडा, अनारा, तीनघरिया, न्यू कूच बिहार, खड़गपुर, हल्दिया, गुवाहाटी और काजीपेट में आरंभ कार्य शुरू कर दिया गया है।
· भूमि चिन्हित करने के बाद ओड़िशा में माल डिब्बा कारखाना शुरू किया जाएगा।
· रेल डिब्बा कारखाना, पेराम्बूर की दूसरी इकाई शीघ्र ही शुरू होगी।
· पालाक्कड कोच फैक्टरी स्थापित की जाएगी।
· बर्न स्टैण्डर्ड कंपनी लिमिटेड और ब्रैथवेट कंपनी लिमिटेड को रेल मंत्रालय के नियंत्रण के अंतर्गत लाया गया है।
· जम्मू और कश्मीर में पुल कारखाना और जम्मू में सुरंग एवं पुल इंजीनियरिंग के लिए संस्थान स्थापित किया जाएगा।
· सिंगूर में मेट्रो कोच फैक्टरी स्थापित की जाएगी।
· मणिपुर में डीजल रेल इंजन केन्द्र स्थापित किया जाएगा।
· दार्जीलिंग में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस इन सॉफ्टवेयर स्थापित किया जाएगा।
· जेवी/पीपीपी के अंतर्गत कोलार और अलापुझा में दो वैगन कारखाना तथा बुनियादपुर में एक वैगन इकाई स्थापित की जाएगी।
· उलूबेरिया में ऑन ट्रैक मशीनों के विनिर्माण के लिए फैक्टरी की स्थापना की जाएगी और वहीं न्यू ट्रैक मशीन आवधिक ओवरहॉलिग सुविधा की व्यवस्था भी की जाएगी।
· जेल्लिंघम और न्यू बॉंगाईगांव में रेल इन्डट्रियल पार्क स्थापित किया जाएगा।
· महाराष्ट्र के ठाकुरली में 700 मेगावाट का गैस-आधारित पॉवर संयंत्र स्थापित किया जाएगा।
· नागपुर, चंडीगढ़ और भोपाल में अतिरिक्त मैकेनाइज्ड लाउन्ड्री क्लिनिंग यूनिट स्थापित किए जाएंगे। इन 23 स्थानों के लिए लाउंन्ड्री की स्थापना की जा रही है।
· रेल पटरियों के किनारे रहने वाले लोगों के लिए सुखी गृह योजना के माध्यम से छोटे-छोटे आश्रय मुहैया कराने की एक योजना शुरू।
· पायलट आधार पर मुम्बई, सियालदह, सिलीगुडी, तिरूचिरापल्ली आदि स्थानों पर 10,000 आवासीय इकाइयां मुहैया कराई जाएंगी।
· अब तक का 57,630 करोड़ रुपए का सर्वाधिक परिव्यय
· सकल बजटीय सहायता 20,000 करोड़ रुपए।
· डीजल उपकर 1,041 करोड़ रुपए।
· आंतरिक संसाधन 14,219 करोड़ रुपए।
· सार्वजनिक निजी भागीदारी/डब्ल्यूआईएस 1,776 करोड़ रुपए।
· 2011-12 में 1,000 कि.मी. नई लाइनों 867 कि.मी. दोहरीकरण, 1017 कि.मी. आमान परिवर्तन का लक्ष्य रखा गया है।
· नई लाइनों के लिए 9,563 करोड़ रुपए, दोहरीकरण के लिए 5,406 करोड़ रुपए, आमान परिवर्तन के लिए 2,470 करोड़ रुपए और चल स्टॉक प्राप्त करने के लिए 13,820 करोड़ रुपए की व्यवस्था।
· 3000 टीवीयू तक की बिना चौकीदार वाले सभी समपारों को समाप्त किया जाएगा। 200 ऊपरी सड़क पुलों और 325 निचले सड़क पुलों/सबवे का निर्माण किया जाएगा।
· जीपीएस आधारित फॉग सेफ उपकरण लगाना।
· वे राज्य, जो समस्या रहित गाड़ियों का संचलन सुनिश्चित करेंगे, उन्हें विशेष पैकेज के रूप में दो नई गाड़ियां और दो परियोजनाएं दी जाएंगी।
· एकल नम्बर प्रणाली पर आधारित अखिल भारतीय सुरक्षा हेल्प लाइन।
· वर्ष 2011-12 को हरित ऊर्जा वर्ष के रूप में माना जाएगा।
· मुम्बई ईएमयू गाड़ियों में री-जेनरेटिव ब्रेकिंग की व्यवस्था की जाएगी।
· होटल लोड कनर्वटर्स वाले इंजनों का उत्पादन किया जाएगा।
· समपार फाटकों और स्टेशनों पर सौर-ऊर्जा और आईसीएफ चेन्नै विंड मिल का इस्तेमाल किया जाएगा।
· इंजनों और कारखानों में बायो-डीजल, सीएनजी और एलएनजी का उपयोग किया जाएगा।
· रेल परिवारों को 14 लाख सीएफएल की मुफ्त की आपूर्ति की जाएगी।
· 45 स्थानों पर एमएफसी और बजट होटल स्थापित किए जाएंगे।
· पैन इंडिया मल्टी पर्पज गो इंडिया स्मार्ट कार्ड शुरू किया जाएगा।
· केरल में दो और उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल में एक-एक नए यात्री टर्मिनल लगाए जाएंगे।
· ई-टिकटिंग के लिए नया पोर्टल।
· हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस में पॉयलट आधार पर इंटरनेट एक्सेस की व्यवस्था की जाएगी।
· विश्राम कक्षों का अग्रिम बुकिंग शुरू करना।
· यात्रा के नए एसी दर्जे की शुरूआत।
· यात्री गाड़ियों की रफ्तार 160-200 कि.मी. तक बढ़ाने के लिए जापान की सहायता से व्यावहारिकता अध्ययन करना।
· संरक्षा कोटि के लिए कर्मचारियों के लिए गारंटीशुदा रोजगार के लिए उदारीकृत सक्रिय सेवा निवृत्ति योजना का दायरा बढ़ाना।
· माता एवं पिता दोनों आश्रितों के लिए चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
· ग्रुप डी कर्मचारियों की पुत्रियों के लिए छात्रवृत्ति में वृद्धि कर इसे 1200 रुपए प्रतिमाह किया जाएगा।
· रेलवे विद्यालय प्रबंधन बोर्ड स्थापित किया जाएगा।
· 20 रोड मेडिकल वाहनों की व्यवस्था की जाएगी।
· रेल कर्मचारियों के बच्चों के लिए 20 अतिरिक्त छात्रावास स्थापित किए जाएंगे।
· अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कोटा के बैकलॉग सहित ग्रुप-सी एवं डी की 1.75 लाख रिक्तियों के लिए भर्ती।
· मेगा भर्ती अभियान चालू मार्च 2011 के अंत तक 16,000 भूतपूर्व सैनिकों की भर्ती।
· 3 बहु-विभागीय प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित करना, जिसमें आगरा में एक एक्सक्लूसिव अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र शामिल है।
· कुर्सीयान में नया बेसिक प्रशिक्षण केन्द्र।
· रेलवे खिलाड़ियों ने राष्ट्रमंडल खेल, 2010 में 25 पदक और एशियाई खेलकूद में भारत द्वारा जीते गए 14 स्वर्ण पदकों में से 7 स्वर्ण पदक प्राप्त किए।
· एक अलग खेलकूद संवर्ग का गठन किया जाएगा।
· लदान लक्ष्य को 20 एमटी कम करके 924 एमटी किया गया।
· सकल यातायात प्राप्तियां 94,000 करोड़ रूपये निश्चित की गई हैं जो बजट अनुमान से 75 करोड़ रूपये अधिक है।
· साधारण संचलन व्यय 67,000 करोड़ निश्चित किया गया है, जो बजट अनुमान से 2,000 करोड़ रूपये ज्यादा है।
· चालू लाभांश दायिता को पूर्ण रूप से वहन किया जाएगा।
· रेलवे को 4,105 करोड़ रूपये का आधिक्य प्राप्त हुआ।
· फ्रेट लदान में 993 एम. टी. की और यात्री यातायात में 6.4 प्रतिशत व़ृद्धि का प्रस्ताव।
· सकल यातायात प्राप्तियां 1,06,239 करोड़ रूपये का अनुमान है। पहली बार ये प्राप्तियां एक लाख करोड़ रूपये के स्तर को पार करने का अनुमान।
· लाभांश के लिए 6,735 करोड़ रूपये का प्रावधान।
· कोलकाता मेट्रो में 34 नई सेवाएं चलाने का प्रस्ताव।
· मेट्रो रेलवे कोलकाता के 4 खंडों पर चालू कार्यों की प्रगति पर नज़र रखने के लिए कोर कमेटी गठित करने का प्रस्ताव।
· कोलकाता मेट्रो रेलवे की नई संपर्कता के लिए सर्वेक्षण शुरू करना, उत्तर रेलवे पर 20 कार मेमू गाडि़यां चलाना और बडे़ शहरों में इन्टीग्रेटिड सब-अर्बन रेलवे नेटवर्क का भी विकास करने का प्रस्ताव।
· कोलकाता की पूरी सब-अर्बन प्रणाली को अपग्रेड करने के लिए कोलकाता रेल विकास निगम स्थापित करने का प्रस्ताव।
· 2010-11 में नई लाइनों के 27 खंडों में लगभग 700 किमी को पूरा करना।
·15 खंडों पर कार्य पूरा करने के लिए आमान परिवर्तन के 800 किलोमीटर के लक्ष्य को पूरा करना।
· 20 खंडों को कवर करते हुए आमान परिवर्तन के तहत 1,017 किमी का लक्ष्य निर्धारित करना1
· 2011-12 में 1,075 को कवर करते हुए 40 खंडों के नई लाइनों का प्रस्ताव।
· पर्यटन मंत्रालय के साथ साझेदारी में 24 स्टेशनों पर 50:50 की लागत में भागीदारी के आधार पर स्टेशन सुधार करना।