वर्षा जल संग्रहण समय की आवश्यकता:उपायुक्त

Demo

धर्मशाला : रोजमर्रा की जल आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार द्वारा वर्षा जल संग्रहण हेतू ‘‘रूफटॉप जल भण्डारण योजना“ कार्यान्वित की जा रही है जिसके अन्तर्गत जिला कांगड़ा में एक करोड़ 40 लाख रूपये की लागत से 55 वर्षा जल संग्रहण भण्डारण टैंकों का निर्माण किया जा रहा है जिनमें से अब तक 25 टैंकों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है तथा शेष का कार्य प्रगति पर है।

बर्षा जल संग्रहण पर बल देते हुए उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने बताया कि इस योजना के तहत लोग अपने घरों की छतों पर वर्षा जल के संग्रहण हेतू भण्डारण टैंकों का निर्माण कर सकते हैं ताकि व्यर्थ बहने वाले वर्षा जल को एकत्रित करके इसका उपयोग लोग शौचालय, कपड़े धोने, किचन गार्डिंनिंग इत्यादि में किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण तेजी से पिघलते ग्लेशियरों तथा भू-जल के स्तर में कमी होने के कारण लोगों को पानी का सदुपयोग करना समय की आवश्यकता बन गया है, जिसके लिये सभी लोगों को जल संरक्षण के तरीके अपनाने जरूरी हैं।

उपायुक्त ने बताया कि मनरेगा के तहत भी जल संरक्षण एवं वनीकरण कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है तथा जिला में 5 करोड़ 18 लाख रूपये की 6 जल संरक्षण परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं जिनका निर्माण कार्य शीघ्र ही आरम्भ कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त 4.81 करोड़ रूपये की 7 जल संरक्षण परियोजनाओं का प्राक्कलन तैयार कर लिया गया है जिसे शीघ्र ही स्वीकृत किया जाएगा।

उन्होंने जानकारी दी कि जिला के सभी सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के उपमण्डल कार्यालयों के अधीन क्षेत्रों में एक-एक वर्षा जल भण्डारण तालाबों का निर्माण किया जाएगा ताकि इन तालाबों में एकत्रित जल का उपयोग किसान अपनी नगदी फसलों की सिंचाई के लिए कर सकें जिसके लिए 65.48 लाख रूपये की 5 वर्षा जल संग्रहण परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है जिसके अन्तर्गत 4.913 लाख लीटर जल क्षमता के भण्डारण टैंक प्रत्येक परियोजना में निर्मित किए जाएंगे जिससे 10 हैक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई की जा सकेगी।