विधायक हाउसिंग सोसायटी घोटाले की जांच की मांग

ज्वालामुखी (बिजेन्दर शर्मा) । भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश में विधायक हाउसिंग सोसाईटी घोटाले की जांच की मांग की है। पार्टी का मानना है कि यह घोटाला मुम्बई की आदर्श हाउसिंग सोसाईटी से कम नहीं है। इसलिए इसकी जांच की जानी चाहिए।

प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष कृपाल परमार ने यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांगे्रस के कुछ विधायकों ने सोसायटी बना कर सरकार से सस्ते दामों पर जमीन हासिल की और सस्ती बयाज दरों पर ऋण प्राप्त कर मकानों को किराये पर चढ़ा दिया जिससे हजारों रुपये कमा कर व्यवसायिक धन्धा चलाया जा रहा है।

एक विधायक का नाम लिए बिना परमार ने कहा कि इन्होंने तो सस्ती जमीन हासिल की, ऋण भी विधानसभा से सस्ती दरों पर लिया और मकान अपनी धर्मपत्नी के नाम कर व्यावसायिक तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है, जो नियमों का सरासर उल्लंघन है।

पूर्व राज्यसभा सांसद ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की यह घोटाला भी आदर्श सोसायटी से कम नही है और इसकी भी जांच की जानी चाहिए।

परमार ने कांगे्रस को बिखरा हुआ कुनबा करार देते हुये कहा कि कांग्रेसी अपनी एकजुटता दिखाने का प्रयास कर रहे है। जबकि असलियत कुछ ओर है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस पार्टी लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है

कांगे्रस नेता कह रहे है कि राज्य सरकार केवल केन्द्रीय प्रायोजित योजनाओं से ही चल रही है, पर परमार ने पूछा कि वर्ष 2003 से 2007 तक कांग्रेस की सरकार रही है तब भी केन्द्र से धन आता था तो वे अपनी बात क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने अन्य राज्य से देश को अधिक सेवायें दी है चाहे वो सैनिकों के माध्यम से देश की सेवा हो या फिर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को पानी देने की बात हो। फिर हरित क्रांति लाने या पर्यावरण का सुदृढ़ करने की बात हो।

भाजपा नेता ने पूछा कि देश में केवल 9 राजयों में भाजपा का शासन है, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों को भी केन्द्रीय सहायता मिल रही है फिर वो पहले-दूसरे स्थान पर क्यों नहीं आते। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षो में 20 सूत्रीय कार्यक्रम सहित हिमाचल प्रदेश ने 35 से भी अधिक पुरस्कार प्राप्त किए हैं जो मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में भाजपा सरकार की कारगुजारी का एक नमूना है।

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