सोलन: विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर) से एक दिन पहले, राजकीय महाविद्यालय सोलन में शुक्रवार को एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्रों ने विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति को दर्शाते हुए रंगारंग प्रस्तुतियां दीं, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया।
कॉलेज के पर्यटन और पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक विविधता का एक खूबसूरत गुलदस्ता पेश किया। छात्रों ने हिमाचली नाटी, किन्नौरी नाटी और गढ़वाल के लोकनृत्य के साथ-साथ लाइव म्यूजिक और शास्त्रीय नृत्य की शानदार प्रस्तुतियां देकर सभागार में मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. निधि उपस्थित रहे। उनके साथ प्रोफेसर रेनू बाला और कॉलेज के कई वरिष्ठ प्राध्यापक भी मौजूद थे। वक्ताओं ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल पर्यटन के महत्व को समझाते हैं, बल्कि यह भी संदेश देते हैं कि पर्यटन सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है और पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता पैदा करता है।
यह कार्यक्रम कला, संस्कृति और परंपरा का एक जीवंत प्रदर्शन रहा, जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया।