विशेष बातचीत: विजय कुमार की उपलब्धि पर खली ने दी मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को बधाई दी

Photo of author

By Hills Post

नाहन: रेस्लिंग जगत में मुकाम हासिल कर चुके दि ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा ने बैल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में अपनी नई फिल्म फ्रेंच की शूटिंग के दौरान प्रथम विश्व युद्व के भारतीय शहीदों को श्रद्वांजली अर्पित की। शूटिंग के दौरान खली ने शहीद स्मारक पर पहुंच कर भारतीय शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा भगवान से उनके लिए प्रार्थना की। ज्ञात रहे कि इससे पहले दि ग्रेट खली की लांगेस्ट यार्ड, कुस्ती व रामा दि स्वीयर आदि फिल्मों हिंदी व अंग्रेजी फिल्मों में भी काम कर चुके है। उन्होंने बताया कि व्यस्त समय होने के कारण वह कई फिल्मों को करने से मना कर चुके है। उन्होंने दिल्ली सरकार को कामनवेल्थ के सफल आयोजन को लेकर बधाई दी है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के सुपूत विजय कुमार की सफलता पर प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को बधाई दी है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि विजय कुमार की इस उपलब्धि पर उन्हें सम्मानित किया जाए। दि ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा ने हिमाचल के सुपूत विजय कुमार को राष्ट्रमंडल खेलों में तीन स्वर्ण व एक रजत पदक प्राप्त करने पर बधाई दी साथ उनके माता-पिता को इस उपलब्धि पर बधाई दी।

खली ने विशेष संवाद में कहा कि हालांकि देश के खिलाडियों ने इन खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है लेकिन वह खुद हिमाचली होने के नाते विजय व उनके परिवार को बधाई देना चाहते है। खली ने कहा कि जब वह भारत आएंगे तो वह प्रयास करेंगे कि विजय को व्यक्तिगत तौर पर मिलकर बधाई दें। उन्होंने हरियाणा के पहलवान सुशील कुमार को भी बधाई देते हुए कहा कि सुशील ने भी अपने प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि कामनवेल्थ गैम्स में भारतीय खिलाडियों का बेहतरीन प्रदर्शन रहा है तथा उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि इन विजेता खिलाडियों को विशेष सम्मान से सम्मनित किया जाए। उन्होंने कहा कि अक्तूबर के अंतिम सप्ताह व नवंबर में आने के बाद वह विजय कुमार से जरूरी मिलेंगे तथा प्रदेश सरकार से आग्रह करेंगे कि उनको विशेष सम्मान दिया जाए। ज्ञात रहे कि रेस्लिंग जगत के बेहताज बादशाही द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा इससे पहले दि लांगेस्ट यार्ड, कुस्ती व रामा दि स्वीयर में भी अपना किरदार निभा चुके है।

Photo of author

Hills Post

हम उन लोगों और विषयों के बारे में लिखने और आवाज़ बुलंद करने का प्रयास करते हैं जिन्हे मुख्यधारा के मीडिया में कम प्राथमिकता मिलती है ।