वीरभद्र सिंह ने सुप्रसिद्घ शक्तिपीठ ज्वालामुखी में दर्शन कर पूजा अर्चना की

ज्वालामुखी: केन्द्रिय इस्पात मंत्री व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज यहां सुप्रसिद्घ शक्तिपीठ ज्वालामुखी में दर्शन कर पूजा अर्चना की। वीरभद्र सिंह हमीरपुर रवाना होने से पहले कुछ देर के लिये रूके। उन्होंने सीधे मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की। उनके साथ बैजनाथ के विधायक सुधीर शर्मा व कांगडा के पूर्व विधायक सुरेन्दर काकू भी थे।

वीरभद्र सिंह ने आज यहां कहा कि आने वाले पंचायत चुनावों में प्रदेश की जनता भाजपा सरकार को आईना दिखा देगी। चूंकि तीन साल में ही लोगों का मोह भंग हो चुका है। भाजपा के पास न तो निति है न ही कोई कार्यक्रम। सरकार ने अपने कार्यकाल में गरीबों दलितों का शोषण व कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर उत्पीडऩ किया। वह यहां पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। वीरभद्र सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल बयानबाजी करते वक्त सामाजिक शिष्टाचार तक को भुला बैठते हैं। वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री के उस आकलन का मजाक उडाया जिसमें उन्होंने उनके मंत्रालय की एक साल की कारगुजारी पर टिप्पणी की थी ।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर तबादला उद्योग चल रहा है। भाजपा नेताओं की ओर से मंहगाई पर केन्द्र सरकार की आलोचनाओं को सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार महंगाई रोकने में इतनी ही गंभीर है। तो उसे बताना चाहिये कि वह क्या कर रही है। प्रदेश सरकार जमाखोरों के खिलाफ कदम उठा सकती है। लेकिन उठाना नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी व करनी में हमेशा विरोधाभास रहा है। उन्होने कहा कि धूमल सरकार ने अपने कार्यकाल में प्रदेश को कुछ भी नया नहीं दिया। चूंकि पूर्व कांग्रेस सरकार के दौर से चल रहीं योजनायें ही चल रही हैं।

उन्होंने दावा किया कि मजदूरों की दीहाड़ी बढ़ाने, राशन पर सबसिडी व दूसरी अहम योजनाओं को उनकी सरकार ने ही चलवाया था। उन्होंने कहा कि धूमल प्रदेश का नहीं अपने परिवार का विकास कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से भाजपा से सचेत रहने की अपील भी की। सरकार लोगों को गुमराह करने के लिये मंडी में खुलने वाले मेडिकल कालेज के मामले में भी घटिया हथकंडे अपना रही है। वास्तव में यह कांग्रेस के ही प्रयासों से खोला जा रहा है। लेकिन मु यमंत्री प्रेम कुमार धूमल हर दूसरे दिन झूठ के सहारे योजनाओं को भाजपा के नाम श्रेय लेने की होड़ में रहते हैं। मंडी में मेडिकल कालेज यू पी ए सरकार की देन है। इसमें राज्य सरकार का तनिक भी योगदान नहीं है।

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