सोलन: केंद्र प्राथमिक पाठशाला शमरोड़ खंड सोलन में दो दिवसीय ओरिगामी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में प्राइमरी स्कूल के 80 से अधिक छात्रों ने उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया। कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों में रचनात्मकता, एकाग्रता और समस्या समाधान की क्षमता को बढ़ावा देना था। कार्यशाला के दौरान छात्रों ने कागज से विभिन्न आकृतियों जैसे फूल, पक्षी, नाव, जहाज और तितली आदि आकृतियां बनाना सिखाया गया।

कार्यशाला में लालाराम व पाठशाला के अध्यापक शशि पाल ने बच्चों को प्रशिक्षण दिया। अध्यापक शशि पाल ने बताया कि ओरिगामी केवल कागज को मोड़ने की कला नहीं है, बल्कि यह बच्चों के दिमाग को सक्रिय करता है। यह बच्चों की कल्पनाशीलता को नई दिशा देता है। शिक्षकों और अभिभावकों ने देखा कि इस कार्यशाला से बच्चों की रचनात्मक कौशल में उल्लेखनीय सुधार हुआ।
केंद्र अध्यक्ष मनोहर सिंह व प्रबंधन समिति की अध्यक्षा पुष्पा देवी ने कहा कि अध्यापक शशि पाल के विशेष प्रयासों से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया व इस तरह की गतिविधियां बच्चों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कार्यशाला के अंत में छात्रों ने अपनी बनाई कृतियों की प्रदर्शनी लगाई जिस स्कूल के अभिभावकों ने सराहा।
स्कूल प्रशासन ने भविष्य में ऐसी और रचनात्मक गतिविधियों को आयोजित करने की योजना बनाई है, यह कार्यशाला न केवल बच्चों के लिए एक मजेदार अनुभव थी बल्कि उनकी सीखने की प्रक्रिया और रचनात्मक सोच को बढ़ाने में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई ।