शिमला: एपीजी शिमला विश्वविद्यालय में मंगलवार को संविधान दिवस के अवसर पर विधि संकाय द्वारा एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शिमला की सहायक जिला अटॉर्नी (एडीए) डॉ. पूजा बंष्टू ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की और छात्रों को भारतीय संविधान की मूल भावना से रूबरू कराया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. बंष्टू ने संविधान की प्रस्तावना (Preamble) पर विस्तार से चर्चा की और इसे भारतीय लोकतंत्र की आधारशिला बताया। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि संविधान सिर्फ एक कानूनी पाठ नहीं, बल्कि एक जीवंत दस्तावेज़ है, जो देश के हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा करता है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे राष्ट्र की शासन व्यवस्था को सही ढंग से समझने के लिए संविधान का गहन अध्ययन करें।
इस कार्यक्रम का समन्वय विधि संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ. भावन वर्मा ने किया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. आर.एल. शर्मा, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. नीलम शर्मा और कंट्रोलर ऑफ एग्ज़ामिनेशन अफ़ज़ल खान भी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे युवाओं में संवैधानिक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।