शिमला : संजौली निवासी गोपेश बेहल एवं माता प्रीति बेहल की इकलौती पुत्री पर्ल बेहल का चयन भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर पद के लिए हुआ है। पर्ल की इस उपलब्धि से न केवल उनके माता-पिता बल्कि पूरे शिमला का नाम रोशन हुआ है।
गोपेश बेहल ने एमसी से एसडीओ पद पर सेवाएं देने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ली थी, जबकि माता प्रीति बेहल वर्तमान में डीएवी स्कूल, लक्कड़ बाजार, शिमला में सीनियर असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं।

पर्ल बेहल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल, शिमला से प्राप्त की तथा +2 की पढ़ाई जेसीबी पब्लिक स्कूल, न्यू शिमला से पूरी की। इसके पश्चात उन्होंने एमआईटी मणिपाल से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया।
बचपन से ही फ्लाइंग ऑफिसर बनने का सपना देखने वाली पर्ल ने कठिन परिश्रम और दृढ़ संकल्प के बल पर यह मुकाम हासिल किया। आज वह तेलंगाना के सिकंदराबाद में भारतीय वायु सेना के लिए फ्लाइंग ऑफिसर का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
यद्यपि आज बेटियां हर क्षेत्र में सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं, लेकिन इकलौती बेटी होकर भी पर्ल ने खुद को इतना मजबूत बनाया कि वह देश की सेवा के लिए आसमान की ऊंचाइयों को छूने जा रही हैं।