नाहन : शिलाई क्षेत्र के पश्मी गांव में चालदा महासू महाराज प्रवास के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार जल्द खत्म हो वाला है, गिरिखण्ड के हाटी समुदाय को महासू महाराज की असीम कृपा का सौभाग्य नवम्बर माह में प्राप्त होने वाला है।
बीरवार को दसऊ पहुँचे पश्मी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य बारु राम धीमेदार, लाल सिंह, दीप चंद, बलबीर ठेकदार , बीडीसी प्रकाश चौहान ने बताया कि चालदा महाराज मंदिर परिसर दसेऊ में बजीर दीवान सिंह राणा की अध्यक्षता में खत देवघार के चौंतरू सियाणा सूरत राम जोशी की अगुवाई में चालदा महाराज देव कारिंदों के विभिन्न दलों के मुख्याओं एवं प्रवास यात्रा आयोजकों के प्रतिनिधि मंडल की उपस्थिति में अहम बैठक हुई। बैठक में सिरमौर जिला के पशमी गांव में चालदा महाराज की प्रस्तावित प्रवास यात्रा को अंतिम रूप मिल गया है। चालदा महासू महाराज मिनस के रास्ते पश्मी तक यात्रा करेंगे।

उंन्होने बताया कि चालदा महाराज के देव माली ने अवतरित हो कर देव कारिंदों का मार्ग दर्शन कर यात्रा के लिए सहमति और आशीर्वाद दिया।
बैठक निर्णय हुआ कि महासू महाराज के प्रवास की अंतिम तिथि विजय दशमी को तय की जानी है, महासू महाराज दसऊ से प्रस्थान करने के पश्चात उत्तराखंड के मयार, सावडा व हिमाचल के द्राबील रात्रि पदावव रात्रि पूजन के लिए रुकेंगे।
शिलाई क्षेत्र के लोगो के अंदर महासू महाराज के छतर व देव चिन्ह लीह संशय को भी चर्चा हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि हिमाचल के शिमला जिले में स्थित देउधार क्षेत्र के भक्त मिनस से पश्मी तक तथा वापसी में भी वही देव चिन्हों को उठाने का जिम्मा लेंगे।
बैठक में देवमाली मुन्ना बिजल्वाण, जयलाल जोशी, सियाणा कृपाल सिंह राणा राईगी, केदार सिंह राणा रडू, भोप सिंह रावत डेरसा, मोहनलाल शर्मा कुलाह, रत्न सिंह चौहान प्यूनल, छात्राई सियाणा चन्द्र सिंह राणा, नेजाई सियाणा रहिमानंद तम्बूआई सियाणा नंदराम सहित पशमी गांव के प्रतिनिधि मंडल, हरीदत्त जोशी, महेंद्र जोशी, धीरज सिंह राणा, बुद्धि सिंह चौहान, श्याम सिंह कड़ियां, दलीप चौहान, बली सिंह, गोपी चौहान आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।