शूलिनी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को पर्यावरण विज्ञान में मिली वैश्विक पहचान

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By Hills Post

सोलन: शूलिनी यूनिवर्सिटी में उन्नत रासायनिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. प्रदीप सिंह ने पर्यावरण विज्ञान में अपने असाधारण योगदान से संस्थान को वैश्विक पहचान दिलाई है। अनेक प्रकाशन के साथ डॉ. सिंह ने पर्यावरण सुधार के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। उनका वर्तमान शोध ग्राफीन-आधारित फोटोकैटलिटिक सामग्री, जैव-अपशिष्ट-व्युत्पन्न सक्रिय कार्बन और प्रदूषक निष्कासन के लिए शून्य-संयोजी लौह-आधारित सुधार विधियों पर केंद्रित है।


उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जिनमें स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा 2019-2024 तक शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिक पुरस्कार, 2018 का यंग एकेडमिशियन ऑफ द ईयर पुरस्कार और Careers360 द्वारा 2023 का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार शामिल हैं। डॉ. सिंह को SERB-DST (2013-2016) से यंग साइंटिस्ट फास्ट ट्रैक अवार्ड भी मिला है। 27-11-2024 (रिसर्च.कॉम) को प्राप्त बिब्लियोमेट्रिक डेटा के अनुसार, उन्हें सर्वश्रेष्ठ रसायन विज्ञान वैज्ञानिकों में भारत में 15वाँ और विश्व में 2244वाँ स्थान प्राप्त है।

डॉ. सिंह डिसेलिनेशन, जर्नल ऑफ़ हैज़र्डस मैटेरियल्स और एसीएस कैटेलिसिस जैसी शीर्ष पत्रिकाओं के एक प्रतिष्ठित समीक्षक भी हैं, जो स्थायी पर्यावरणीय समाधानों को आगे बढ़ाने के प्रति उनके प्रभाव और समर्पण को रेखांकित करते हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.के. खोसला ने डॉ. सिंह की उपलब्धियों की प्रशंसा की और कहा कि डॉ. प्रदीप सिंह न केवल एक प्रतिभाशाली वैज्ञानिक हैं, बल्कि हमारे शैक्षणिक समुदाय के लिए एक आदर्श भी हैं।

पर्यावरण अनुसंधान के प्रति उनका समर्पण, उनकी वैश्विक मान्यता और अगली पीढ़ी के वैज्ञानिकों को मार्गदर्शन देने की उनकी प्रतिबद्धता उन्हें शूलिनी विश्वविद्यालय के लिए एक सच्ची संपत्ति बनाती है।

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