सोलन: शूलिनी यूनिवर्सिटी में सोमवार को भारत के महानतम इंजीनियर सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती के उपलक्ष्य में इंजीनियर्स डे मनाया गया। सर विश्वेश्वरैया को भारत में आधुनिक इंजीनियरिंग के जनक के रूप में जाना जाता है।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में संकाय सदस्यों और छात्रों ने सर विश्वेश्वरैया के दूरदर्शी एवं असाधारण योगदान को याद किया। वक्ताओं ने बांधों, सिंचाई प्रणालियों और बाढ़ सुरक्षा परियोजनाओं के निर्माण में उनकी अग्रणी भूमिका पर प्रकाश डाला, जिसने आधुनिक भारत की नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

समारोह में राष्ट्र निर्माण और तकनीकी प्रगति में इंजीनियरों की अमूल्य भूमिका पर भी चर्चा की गई। विश्वविद्यालय के नवाचार और विपणन निदेशक, प्रोफेसर आशीष खोसला ने इस अवसर पर कहा कि इंजीनियर्स डे हमें नवाचार, रचनात्मकता और समस्या-समाधान के माध्यम से एक स्थायी और प्रगतिशील भविष्य को आकार देने की इंजीनियरों की ज़िम्मेदारी की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि सर विश्वेश्वरैया की प्रतिभा और समर्पण आज भी युवा इंजीनियरों की पीढ़ियों को प्रेरित करता है।