ज्वालामुखी मे सार्वजनिक शौचालयो का सूरतेहाल,ठेकेदारो कि मनमानी के आगे झुकते है दूरदराज से आए श्रद्धालु
ज्वालामुखी: विश्व मे पहचान रखने वाले शांन्तिस्थल ज्वालामुखी मे मंदिर प्रशासन की नाक तले चल रहे सार्वजनिक शौचालयो मे कि जा रही लूटखसूट लेकिन मंदिर प्रशासन बना मूकदर्शक। श्रद्धा का केन्द्र कहे जाने वाले इस स्थल मे श्रद्धालुओ की सुविधा के लिए बनाए गए शौचालय अब श्रद्धालुओ की समस्या का कारण बन रहे है गौरतलब है कि मंदिर ने इन शौचालयो को ठेके पर दे दिया है । जिससे मंदिर को आमदन तो खूब हो रही है लेकिन पूरे देश से आने वाले श्रद्धालुओ की जेब पर इसका भारी असर पड रहा है। मंदिर प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे शौचालयो मे श्रद्धालुओ से तय रेट से ज्यादा पैसा वसूला जा रहा है। ऐसा लगता है कि मंदिर प्रशासन को इससे कोई लेना देना नही है। श्रद्धालुओ को स्नानागार और शौचालयो कि मुफ्त्त सुविधा मुहैया करवाना तो दूर ठेके पर दिए गए इन शौचालयों में निर्धारित मूल्य से ज्यादा लिए जा रहे है ।
हालांकि मंदिर प्रशासन द्बारा शौचालयों पर तय रेट के बोर्ड तो लगाए गए है,लेकिन ठेकदारो के कर्मचारीयो ने एक नया तरीका ज्यादा पैसा श्रद्धालुओ से लेने के लिए अपना लिया है,वह बोर्ड पर लिखे तय रेट(दो रुपए) को ढककर पाँच या दस रुपए तक वसूल किए जा रहे है। जिससे श्रद्धालुओ की भावनाऐ आहत हो रही है , श्रद्धालुओ द्बारा ज्यादा पैस देने से ऐतराज जताने पर दादागिरी पर भी उतर आते है । कई बार स्थानीय लोगो ने भी इसकी शिकायत की परन्तु नतीजा हमेशा सिफर ही रहा। ऐसे मे प्रश्न यह उठता है कि क्यूं मंदिर प्रशासन ने अपना उदासीन रवैया इख्तयार कर लिया है। क्यास लगाए जा रहे है कि मंदिर प्रशासन कि नाक तले चल रहे इन शौचालयो के ठेकदारो के प्रति नरम रवैया रखना यह दर्शा रहा ह कि कही ना कही मंदिर प्रशासन तो ठेकेदार से मिलीभगत तो नही कर रहा है। ऐसी मूलभूत सुविधाओ मे फैली अव्यवस्थाओं के चलते श्रद्धालुओ को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। उधर इस बारे में मंदिर अधिकारी सुदेश नैयर का कहना है कि यदि ऐसा है तो ठेकदार को बुलाकर जबाब तलब कर पूछताछ कि जाएगी कि जाएगी।