श्रावण अष्टमी नवरात्र में होने वाली व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर न्यास की बैठक संम्पन्न

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ज्वालामुखी: ज्वालामुखी में 10 अगस्त से शुरू होने वाले श्रावण अष्टमी नवरात्र में होने वाली व्यवस्थाओं को लेकर मंदिर न्यास की एक अहम बैठक मंदिर सह आयुक्त एवमं एस.डी.एम.देहरा राकेश शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान नवरात्रों के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि 10 अगस्त से शुरू होने वाले नवरात्र के दौरान आने वाले सभी बड़े वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था शहर से 500 मीटर बाहर की जाएगी,इसके लिए कांगड़ा रोड़,देहरा रोड़ व नादौन रोड़ पर पार्किंग के लिए स्थान चिहिन्त किए जाऐंगे।

नवरात्र के दिनों में मदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विशेष प्रबंध किए जाऐंगे और नवरात्र के दौरान पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों को मंदिर व शहर की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाऐंगे। नवरात्र के दौरान मंदिर के लिए स्थाई सुरक्षा के मद्देनजर ज्वालामुखी मंदिर प्रशासन द्वारा दो डोर मैटल डिटैक्टर (डी एफ एम डी)व 6 हैड होल्ड मैटल डिटैक्टर (एच एच एम डी) की खरीद की गई है,जिन्हें नवरात्र के दौरान प्रयोग में लाया जाएगा,ताकि मंदिर में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति पर सुरक्षा की दृष्टि से कड़ी नजर रखी जा सके। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि नवरात्र में सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों व अन्य सामानों की सूची टांगना दुकानदारों के लिए अनिवार्य होगा, जिसका उल्लंघन करने वालों को सख्ती से निपटा जाएगा। नवरात्र के दौरान मंदिर व शहर की सफाई व्यवस्था के लिए 50 अतिरिक्त कर्मचारी तैनात किए जाऐ्रगे, इसी तरह अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी 50 अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति की जाऐंगी। नवरात्रों के दौरान मंदिर में आने वाले यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मंदिर परिसर में अस्थाई तौर पर मैडिकल शिविर भी लगाया जाएगा, जहां पर बीमार यात्रियों को प्राथमिक उपचार के अलावा निशुल्क दवाईयां भी मंदिर न्यास की और से उपलब्ध करवाई जाएगी।

नवरात्र के दौरान ज्वालामुखी शहर में लगने वाले लंगर संचालकों को देने का निर्णय लिया गया,ताकि यात्रियों को स्वच्छ भोजन मिल सके । नवरात्र के दौरान लंगर लगाने वालों को स्थानीय पुलिस से लंगर लगाने के स्थान की अनुमति लेनी इस बार अनिवार्य की गई है। नवरात्र के दौरान मंदिर में नारियल ले जाने व ढ़ोल-नगाड़े बजाने पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा और यात्रियों को केवल लाईनों के माध्यम से मंदिर में प्रवेश करने की इजाजत दी जाऐंगी। बैठक में निर्णय लिया गया कि मंदिर के निकासी द्वार से उस विशेष दिन के बारीदार व मंदिरकर्मचारियों के अतिरिक्त सभी का प्रवेश तुरंत निषेध रहेगा ताकि मंदिर में आने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मंदिर के पुजारियों को मंदिर के लगते प्रवेश द्वार से विशेष अनुमति के साथ जाने की इजाजत होगी। नवरात्र के दौरान मंदिर में बिजली व पानी की व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए भी विशेष प्रबंधन किए जाऐंगे। बैठक के दौरान मंदिर अधिकारी सुदेश नैयर,न्यास सदस्य संजीव सूद,नंदीश्वर शर्मा,शशिपाल चौधरी,मधुसूदन शर्मा,हिमंशु भूषण दत,गया प्रसाद पाधा,करण वीर सूद,त्रिलोक चौधरी,प्रताप चौधरी,तहसीलदार राम सिंह,थाना प्रभारी दौलत राम शर्मा,बिजली विभाग के एस.डी.ओ.सतीश शर्मा, खाद्य-आपूर्ति निरीक्षक मिलाप शांडिल व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।