सिरसा: हरियाणा में आरक्षण को लेकर भड़की आग को शांत करने के लिए मुख्यमंत्री की ओर से समझोते की बात कह दी गई मगर धरातल स्तर पर अभी भी जाटों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। प्रदेश में बुधवार को भी कई जगहों पर रोष प्रदर्शन किए गए। मय्यड़ में युवक की मौत के मामले में सरकार की कार्रवाई के मद्देनजर अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति की ओर से यशपाल मलिक ने चाहें आंदोलन वापिस लेने की बात कह दी हो पर अब आम जाटों ने मोर्चा सरकार के साथ-साथ मलिक के खिलाफ भी खोल दिया है। हिसार के शीशर गांव के लोगों ने हांसी-मुंढाल मार्ग पर जाम किया और यशपाल मलिक से समझौते की बात पर गांव आकर स्पष्टीकरण देने की मांग उठाई। साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि जिस प्रकार मय्यड़ कांड के दॉेरान मृत्यु को प्राप्त हुए शहीद का दर्जा दिया गया वैसे ही उकलाना में रेल तले आए दो अन्य युवकों को भी शहीद का दर्जा व उनके परिजनों को नौकरी व आर्थिक सहायता दी जाए। प्रदर्शनकारियों में अखिल भारतीय जाट महासभा के युवा विंग के जिलाध्यक्ष अनिल कासनिया, हनुमान कुंडू, रमेश, इंद्रपाल, मांगेराम भादू, मोहन लाल, लिल्लूराम व रामूर्ति आदि ने कहा कि जाट आरक्षण के बिना किसी भी स्तर पर नहीं मानेंगे और जल्द ही सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया तो संघर्ष तेज कर दिया जाएगा। उन्होंने मांग उठाई की सरकार जल्द से जल्द जाटों को आरक्षण दे।
जाटों ने किया चौपटा-भट्टू मार्ग अवरुद्ध
आज चौपटा क्षेत्र में अखिल भारतीय जाट महासभा के सदस्यों ने दो स्थानों पर जाम लगाकर चौपटा-भट्टू मार्ग अवरुद्ध कर दिया। महासभा के युवा जिला प्रधान अनिल कासनिया के नेतृत्व में नहराना चौक व माखोसरानी के बस स्टैंड पर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक जाम लगाया गया। जाम में कई वाहन फंस गए जिन्हें गर्मी व धूप के कारण परेशानी उठानी पड़ी। जाम लगा रहे अनिल कासनिया, हनुमान कुंडू, रमेश साहू, इंद्रपाल कुंडू, मांगेराम भादू, मोहन लाल आदि ने कहा कि जब तक जाटों को ओबीसी में शामिल नहीं किया जाता, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। अनिल कासनिया ने कहा कि राजस्थान की तर्ज पर हरियाणा में भी जाटों को आरक्षण देकर ओबीसी में शामिल किया जाए। इसके लिए 17 सितंबर को चौपटा में महापंचायत का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि मांग नहीं मानने की सूरत में 30 सितंबर को दिल्ली का घेराव किया जाएगा।
फतेहाबाद में बस के शीशे तोड़े
आरक्षण की मांग पर गांव जांडली में आज भी ग्रामीणों ने जाम लगाया। जाम के दौरान वहां पहुंची करनाल डिपो की रोडवेज बस के शीशे तोड़ दिए गए। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जब तक आरक्षण नहीं मिलता, आंदोलन शांत नहीं होगा। ग्रामीणों ने कुछ अन्य वाहनों में भी तोडफ़ोड़ का प्रयास किया। प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी आज धरने-प्रदर्शन किए गए हैं।