सरकारी कार्यक्रमों को परिमाणिक बनायें अधिकारी: संधु

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धर्मशाला: कांगड़ा जिला में विभिन्न विभागों द्वारा कार्यान्वित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए, श्रीमती राजवन्त संधू, ऑफिसर ऑन स्पेशल डयूटी (ओएसडी) अनुश्रवण एवं समन्वय हिमाचल प्रदेश सरकार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन लक्ष्यों को हासिल करने के साथ-साथ परिमाणिक भी होना चाहिए ताकि सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश के संतुलित विकास एवं समाज के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान हेतू अनेक कार्यक्रम कार्यान्वित किये जा रहे हैं, जिसका निचले स्तर तक प्रचार एवं प्रसार होना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि ग्रामसभा की बैठकों को सार्थक एवं रूचिकर बनाने हेतू विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों को इनमें भाग लेना चाहिए तथा जनहित में कार्यान्वित की जा रही अपने विभाग से सम्बन्धित कार्यक्रमों एवं योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी जानी चाहिए।

श्रीमती राजवन्त संधू ने सर्वशिक्षा अभियान कार्यक्रम के समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में बच्चों के प्रवेश पर विशेष बल दिया जाना चाहिए ताकि इन स्कूलों में ड्रॉप-आउट अनुपात कम हो सके। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में हर वर्ष बच्चों के दाखिल होने की संख्या बारे गहनता से विशलेषण किया जाए ताकि समाज में कोई भी बच्चा प्रारंम्भिक शिक्षा ग्रहण करने से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि प्रवासी मज़दूरों एवं घुमन्तु गुज्जर समुदाय के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिये वैकल्पिक पाठशालाएं खोली जाएं ताकि प्रदेश का कोई भी बच्चा निरक्षर न रहे।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिला में नये विकास कार्य कार्यान्वित करने के साथ-साथ लम्बित पड़े विकास कार्यों को पूर्ण करने को प्राथमिकता दी जाए ताकि इन कार्यों का लाभ संबन्धित क्षेत्र के लोगों को मिल सके। लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को बरसात के मौसम के दौरान सड़कों के किनारे सजावटी एवं औषधीय पौधों का रोपण किया जाए तथा सड़कों की आवश्यक मुर मत को समय पर करने के निर्देश दिये ताकि बरसात के मौसम में यातायात में कोई व्यवधान न पड़े।

श्रीमती राजवन्त संधू ने कहा कि मनरेगा के अन्तर्गत जल संरक्षण एवं पौधरोपण कार्यक्रम को प्राथमिकता दी जाए क्योंकि जल संरक्षण करना समय की आवश्यकता बन गई है, उन्होंने ग्रामीण विकास व सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जलागम कार्यक्रम के तहत जलसंरक्षण हेतू सृजित किये जा रहे संसाधन का फोटो सहित डाटा तैयार किया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाए कि जलागम कार्यक्रम के तहत निर्मित किये गये टैंक, चैकडैम, तालाब इत्यादि का लाभ सम्बन्धित क्षेत्र के लोगों को मिल रहा है अथवा नहीं।

उन्होंने कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि सरकार द्वारा किसानों के लिये कार्यान्वित की जा रही पंडित दीन दयाल किसान बागवान समृद्घि योजना के तहत निर्मित किये जा रहे पॉलीहाउस की उपयोगिता की सार्थकता सुनिश्चित की जाए और गरीब एवं जरूरतमंद किसानों को पॉलीहाउस निर्मित करने के लिये प्रेरित किये जाए ताकि इस योजना के माध्यम से किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ हो सके। उन्होंने दूध गंगा योजना की समीक्षा करते हुए पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस योजना के तहत किसानों को सुधरी एवं उत्तम नस्ल के दुधारू पशुओं को उपलब्ध करवाया जाए ताकि जिला में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिले और किसानों की आर्थिकी भी सुदृढ़ हो सके।

उन्होंने वन विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि पौधरोपण करने के साथ-साथ उनके संरक्षण को प्राथमिकता दी जाए ताकि जीवित प्रतिशतता की दर में वृद्घि हो सके। उन्होंने कहा कि लोगों को औषधीय पौधों के रोपण हेतू प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम में ओर तेजी लाने के लिये अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।

मण्डलायुक्त, श्री औंकार शर्मा ने ओएसडी अनुश्रवण एवं समन्वय हिप्र सरकार को आश्वासन देते हुए कहा कि जिला में सरकार के कार्यक्रमों को परिमाणिक बनाने पर विशेष बल दिया जाएगा।

उपायुक्त कांगड़ा श्री आरएस गुप्ता ने मु यातिथि का स्वागत करते हुए जिला में विभिन्न विभागों के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।

बैठक में पुलिस महानिरीक्षक, उत्तरी क्षेत्र, श्री पीएल ठाकुर, पुलिस अधीक्षक डॉ. अतुल फुलझेले, मुख्य अभियंता लोक निर्माण तथा आईपीएच, अतिरिक्त उपायुक्त डॉ$ संदीप भटनागर, के अलावा विभिन्न विभागों के जिलाध्यक्षों ने भाग लिया।