मंडी: हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर गुरुवार को मंडी के पड्डल मैदान में जन संकल्प सम्मेलन का आयोजन किया गया। रैली में मुख्यमंत्री ने न केवल अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि विपक्ष पर तीखे हमले भी किए। वहीं, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के निशाने पर विपक्ष के साथ-साथ प्रदेश की अफसरशाही भी रही।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने मंच से हुंकार भरते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कभी उनकी ऑल्टो कार का मजाक उड़ाया था। लेकिन जनता के आशीर्वाद से 2027 के चुनाव में कांग्रेस 52 सीटों पर जीत दर्ज करेगी और हम 52 वोल्वो बसों में विधानसभा पहुंचेंगे।

कर्ज और आपदा पर केंद्र को घेरा
सीएम सुक्खू ने कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली तो विरासत में भाजपा सरकार का 75 हजार करोड़ का कर्ज और छठे वेतन आयोग का 10 हजार करोड़ का बकाया मिला। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद इतना कर्ज क्यों लेना पड़ा? आपदा का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र ने हमारे हाथ बांधने की कोशिश की। आपदा के दो साल बाद केंद्र से 2 हजार करोड़ मंजूर हुए, जबकि हमने अपने दम पर प्रभावितों को देश का सबसे अच्छा राहत पैकेज दिया और उन्हें दोबारा बसाया।
सरकार गिराने की साजिश नाकाम
मुख्यमंत्री ने राजनीतिक घटनाक्रम पर बोलते हुए कहा कि भाजपा ने विधायकों को खरीदकर सरकार गिराने की कोशिश की और कहा कि ‘इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकता’। लेकिन आज कांग्रेस के पास फिर से 40 विधायक हैं। उन्होंने दावा किया कि तीन साल में सरकार ने 10 में से 7 गारंटियों को पूरा कर लिया है, जिसमें स्कूलों में इंग्लिश मीडियम पढ़ाई शुरू करना शामिल है। बाकी गारंटियां अगले दो साल में पूरी होंगी।
मुकेश अग्निहोत्री के तेवर सख्त: अफसरों को दी चेतावनी
रैली में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बेहद आक्रामक मूड में नजर आए। उन्होंने मंच से ही अफसरों को खुली चेतावनी दे दी। मुकेश ने कहा कि जो अफसर कांग्रेस की सरकार होते हुए रात के अंधेरे में भाजपा नेताओं के घर हाजिरी लगा रहे हैं, वे सुधर जाएं। उन्होंने साफ लफ्जों में कहा कि सरकार के खिलाफ साजिश करने वाले ऐसे अफसरों से हम ‘रात के अंधेरे’ में ही निपटेंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया कि ऐसे अफसरों को दोनों हाथों से निपटाया जाए। मुकेश ने यह भी मांग रखी कि ओपीएस (पुरानी पेंशन योजना) के लिए एक पक्का कानून बनाया जाए ताकि भविष्य में कोई इसे बंद न कर सके। उन्होंने बल्क ड्रग पार्क के काम की कछुआ चाल पर भी नाराजगी जताई।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक बांटे और आपदा प्रभावितों को राहत राशि सौंपी।