मंडी: मंडी में प्रदेश की दूसरी राज्य यूनिवर्सिटी ‘सरदार पटेल विश्वविद्यालय’ खुलने से 5 जिलों के हजारों विद्यार्थियों को सीधे तौर पर लाभ होगा। अभी तक ये विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे थे। अब मंडी में खुले नए विश्वविद्यालय से इन विद्यार्थियों को अनेक फायदे होंगे। समय और धन की बचत के साथ ही उन्हें अब छोटे-छोटे काम के लिए शिमला की दौड़ नहीं लगानी होगी।
सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के अधीन मंडी समेत 5 जिलों के 137 कॉलेज आएंगे। इनमें मंडी, कांगड़ा, चंबा, लाहौल-स्पीति और कुल्लू जिले के कॉलेज शामिल हैं।
बता दें, सोमवार को मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में इसे लेकर स्वीकृति दी गई है। बैठक में सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के क्षेत्राधिकार के निर्धारण को स्वीकृति दी गई। सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के तहत 137 महाविद्यालय, जबकि शिमला, सिरमौर, सोलन, किन्नौर, बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना जिलों के 165 महाविद्यालय हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के अंतर्गत आएंगे।
सरकार की सौगात से गदगद जनता
उच्च शिक्षा के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करने को समर्पित जय राम सरकार की इस सौगात से युवाओं, शिक्षार्थियों, शिक्षाविदों, अभिभावकों और व्यापार जगत समेत हर तबके के लोगों ने अपनी खुशी जाहिर की है।
अपनी प्रसन्नता व्यक्त हुए एचपीयू शिमला से एलएलबी पास आउट लोहारा गांव के मनीष सैनी का कहना है कि घर के समीप उच्च शिक्षा की सुविधा से गरीब बच्चों को बड़ी सहूलियत होगी। मां बाप का खर्चा बचेगा।
व्यापार मंडल मंडी के प्रधान राजेश महेंद्रु का कहना है कि मंडी में एक बड़े स्तर का संस्थान आने से क्षेत्र में व्यापार फलेगा फूलेगा। इससे व्यापार जगत के लोग लाभान्वित होंगे।
वहीं नगर निगम मंडी के पार्षद सोमेश उपाध्याय और पंकज कपूर का कहना है कि मंडी में राज्य यूनिवर्सिटी खुलने से छात्रों के समय और धन की बचत होगी। मंडी सबके लिए एक केंद्र स्थल है, इससे हर तबके को फायदा होगा। स्याहं गांव के राकेश वालिया ने मंडी में यूनिवर्सिटी खोलने को जय राम सरकार का कमाल का फैसला बताते हुए सरकार का आभार जताया।