सरांहा और ददाहू में अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग तेज, डीसी सिरमौर को सौंपा गया ज्ञापन

नाहन : सिरमौर जिले की पच्छाद और रेणुका विधानसभा क्षेत्रों की जनता ने एक बार फिर अपनी पुरानी और जायज़ मांग को लेकर आवाज़ बुलंद की है।सामाजिक कार्यकर्ता विनोद कुमार कल्याणकार ने स्थानीय लोगों के सैकड़ों हस्ताक्षरों सहित उपायुक्त सिरमौर को ज्ञापन सौंपकर सरांहा और ददाहू में अग्निशमन केंद्र स्थापित करने की माँग की है। उनका कहना है कि इन क्षेत्रों में फायर स्टेशन न होने के कारण हर बार आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल का नुकसान होता है।

ज्ञापन में कहा गया है कि इन क्षेत्रों में लगातार आगजनी की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन अग्निशमन केंद्र की गैरमौजूदगी के कारण हर बार भारी नुकसान उठाना पड़ता है। लोगों का कहना है कि विभागीय लापरवाही अब जानलेवा साबित हो रही है, “जब तक गाड़ी आती है, तब तक सब कुछ राख हो चुका होता है”।

बीते 29 अप्रैल को पच्छाद विधानसभा के अंतर्गत नैनाटिक्कड़ बाज़ार में लगी आग ने इस चिंता को एक बार फिर हकीकत में बदल दिया। स्थानीय दुकान में आग लगने से करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ। आग बुझाने में दमकल विभाग को तीन घंटे का समय लग गया क्योंकि क्षेत्र में कोई नज़दीकी अग्निशमन केंद्र मौजूद नहीं है। इस दौरान दुकान में रखे मोबाइल फोन, स्टेट मशीनें और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जलकर खाक हो गए।

सामाजिक कार्यकर्ता विनोद कुमार ने बताया कि यदि सरांहा में अग्निशमन केंद्र होता, जो नैनाटिक्कड़ से महज 14-15 किलोमीटर की दूरी पर है, तो नुकसान को काफी हद तक रोका जा सकता था। लेकिन वर्तमान में नज़दीकी केंद्र नाहन (56 किमी) और सोलन (32 किमी) में स्थित हैं, जो ऐसे आपातकालीन हालातों में उपयोगी नहीं रह जाते।

ज्ञापन में यह भी याद दिलाया गया कि वर्ष 2014 में रेणुका क्षेत्र के ददाहू में भी इसी प्रकार की मांग मुख्यमंत्री को भेजी गई थी, लेकिन आज तक वह मांग धूल फाँक रही है। जनता अब सवाल कर रही है — “कब तक जान-माल की कुर्बानी के बाद सरकार जागेगी?”

जनता की एक सुर में मांग है कि सरांहा और ददाहू जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में शीघ्र अग्निशमन केंद्र खोले जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं में जान-माल का नुकसान रोका जा सके।

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पंकज जयसवाल

पंकज जयसवाल, हिल्स पोस्ट मीडिया में न्यूज़ रिपोर्टर के तौर पर खबरों को कवर करते हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 2 वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह समाज सेवी संगठनों से जुड़े रहे हैं और हजारों युवाओं को कंप्यूटर की शिक्षा देने के साथ साथ रोजगार दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।