नाहन : नई दिल्ली में इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (IMA) आयुष की राष्ट्रीय इकाई द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश के दो वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सकों को राष्ट्रीय स्तर पर “अवार्ड ऑफ ऑनर” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया।
सम्मानित चिकित्सकों में डॉ. मन्जू शर्मा, स्वेच्छा से सेवानिवृत्त उपमंडल आयुर्वेद अधिकारी, राजगढ़, जिला सिरमौर, और प्रोफेसर डॉ. सुनील ठाकुर, विभागाध्यक्ष कायचिकित्सा, राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय, पपरोला (बैजनाथ), जिला कांगड़ा शामिल हैं। दोनों विशेषज्ञों को आयुष चिकित्सा पद्धति के प्रति समर्पण, अनुसंधान व जनहित में चिकित्सा सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें इस अवसर पर स्मृति चिन्ह और ₹15,000 की प्रोत्साहन राशि भेंट की गई।

इस उपलब्धि पर आईएमए आयुष संगठन हिमाचल प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार और जिला सिरमौर इकाई अध्यक्ष डॉ. ब्रह्म देव शर्मा ने दोनों चिकित्सकों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सम्मान न केवल संगठन के लिए बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व का विषय है।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा क्षेत्र में कार्य करने वाले चिकित्सक अपनी पारंपरिक चिकित्सा विधा को आधुनिक शोध से जोड़कर समाज को नई दिशा दे रहे हैं।
प्रदेशाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि आयुष चिकित्सक समाज के उन वर्गों तक चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाएं जो आर्थिक तंगी के कारण इलाज नहीं करवा पाते। उन्होंने कहा कि यही सच्ची मानव सेवा है, जो आयुर्वेद के मूल सिद्धांतों से जुड़ी है।
उन्होंने इस राष्ट्रीय सम्मान के लिए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. नरेश छवन्निया और मुख्य संरक्षक डॉ. चौहान का भी आभार जताया।
IMA आयुष अवार्ड ऑफ ऑनर देश का एक प्रतिष्ठित सम्मान है जो आयुष प्रणाली (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले चिकित्सकों को दिया जाता है। इसका उद्देश्य उन डॉक्टरों को प्रोत्साहित करना है जो समग्र चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस उपलब्धि से हिमाचल प्रदेश में आयुर्वेद चिकित्सकों में हर्ष का माहौल है और यह उपलब्धि प्रदेश के लिए गौरव का क्षण बन गई है।