नाहन: बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री हिमाचल प्रदेश सुखराम चैधरी ने कहा कि जिला सिरमौर मेे 394 करोड़ रुपए से विद्युत सुधारीकरण व सुदृढ़ीकरण किया जाएगा जिससे आने वाले 20 वर्षो तक बिजली की समस्या से निजात मिलेगी। ऊर्जा मंत्री आज पांवटा साहिब में 8 करोड़ 64 लाख की राशी से बने विद्युत बोर्ड के सब-डिवीजन तथा 33/11 केवी जीआईएस विद्युत सब-स्टेशन क्षेत्र को समार्पित करने के उपरांत लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अतिरिक्त हाई वॉल्टेज सिस्टम को सुदृढ करने की दिशा में कालाअंब में लगभग 125 करोड़ रुपए की लागत से 220/132 केवी सब स्टेशन का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त गोंदपुर में लगभग 102 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित होने वाले 220/132 केवी सब स्टेशन तथा चाड़ना में लगभग 67 करोड़ की लागत से स्थापित होने वाले 132/33 केवी सब स्टेशन के लिए वित्तीय स्वीकृति प्राप्त हो गई है, तथा सभी औपचारिकताएँ पूर्ण करने के उपरांत इनका निर्माण कार्य जल्द आरम्भ किया जाएगा।
सुखराम चैधरी ने आज पांवटा साहिब में 8 करोड़ 64 लाख की राशी से बने विद्युत बोर्ड के सब-डिवीजन का भी लोकार्पण किया तथा 33/11 केवी जीआईएस विद्युत सब-स्टेशन लोगों को समार्पित कर उन्हें सम्बोधित करते हुए कहा कि इस विद्युत उप केन्द्र में 4 फीडर निकाले जाएंगे जिससे पांवटा साहिब के शहरी क्षेत्रों जिसमें मूलतः हाॅंस्पिटल, मेंन बजार पांवटा सहिब, देवीनगर, कृपालशिल्ला व आप-पास के क्षेत्रों के उपभोक्ताओं को गुणवता पूर्ण बिजली उपलब्ध होगी।
ऊर्जा मंत्री ने विद्युत उपमंडल पांवटा साहिब-2 के का कार्यालय लोकार्पण कर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि वर्तमान में विद्युत उपमंडल कार्यालय पांवटा साहिब में कुल 28 हजार उपभोक्ता है। इस उपमंडल के अंतर्गत 05 विद्युत अनुभाग आते हैं। यह उपमंडल 368 स्क्वायर किलोमीटर तक फैला होने के कारण ग्रामीणों के लिए बिजली से संबंधित शिकायतों व उसके निवारण हेतु उपमंडल तक पहुंचना संभव नहीं है क्योंकि इन उपभोक्ताओं में अधिकतर श्रमिक वर्ग व भूमिहीन किसानों से संबंधित है। अब नए उपमंडल के अंतर्गत तीन सेक्शन, पांवटा-1, पांवटा-2 व रामपुरघाट शामिल हैं। इस उपमंडल के स्थापित हो जाने से बिजली आपूर्ति रखरखाव और बेहतर राजस्व संग्रह भी होगा तथा संचार एवं वितरण में होने वाली हानियों में भी कमी आएगी। विद्युत उपमंडल पांवटा साहिब-2 के अस्तित्व में आ जाने से रामपुरघाट, कुंजा मत्रालियों, पट्टी नत्था सिंह एवं बरोटीवाला के उपभोक्ताओं को उपमंडल तक पहुँचने की दूरी कम हो जायेगी। इस तरह इस विद्युत उप-मंडल के अस्तित्व में आ जाने से क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 03 पंचायतें एवं शहरी क्षेत्र के 08 वार्डो के लगभग 1 लाख 80 हजार लोग लाभान्वित होंगे।
इस अवसर पर विद्युत सुदृढ़ीकरण को लेकर पावर फाइनेंन्स कॅंार्पोरेशन के कार्यकारी निदेशक सौरभ कुमार ने इस दौरान ऊर्जा मंत्री से वर्चुवल संवाद के माध्यम से बात की। ऊर्जा मंत्री ने नवनर्मित विद्युत उपकेंद्र के कार्यलय के ऊपरी भाग पर भवन बनने के लिए 64 लाख की अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की।
ऊर्जा मंत्री ने आज एक दिवसीय ऊर्जा मेले का उद्घाटन किया जिसमें लोगों को छतों पर लगने वाले ग्रिड से जुड़े सोलर पावर प्लांट और सोलर गीजर के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
केंद्र सरकार ग्रिड से जुड़े सोलर पावर प्लांट पर 40 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है जबकि राज्य सरकार 6000 रुपए प्रति किलोवाट की दर से उपदान दे रही है। इसके अतिरिक्त सोलर गीजर पर भी राज्य सरकार द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं को 30 प्रतिशत का उपदान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए ग्रिड से जुड़े सौर पावर प्लांट की औपचारिकताएं मौके पर ही पूर्ण किए जाने की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर पंचायत समिति अध्यक्ष हितेंद्र कुमार, भाजपा मण्डल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, ओएसडी शेखरानंद उप्रेती, ए.पी.एम.सी. अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष पवन चैधरी, नगर पालिका परिषद की अध्यक्षा निर्मल कौर, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष शिवानी वर्मा, सदस्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड राहुल चैधरी, सहायक प्रबंधक पीएफसी सौरभ सिंह, संयुक्त निदेशक विद्युत बोर्ड अनुराग पराशर, अधीक्षण अभियंता दर्शन सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत बोर्ड अजय चैधरी, सुमित, राहुल राणा व अम्बिका, वरिष्ठ परियोजना अधिकारी हिम ऊर्जा ओम प्रकाश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा स्थानीय गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।