सोलन: आज सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME) को हाई-टेक बनाने के लिए एक खास कार्यशाला हुई। केंद्रीय मंत्रालय और प्रदेश सरकार के उद्योग विभाग ने मिलकर इसका आयोजन किया। इसमें उद्यमियों को बताया गया कि पुराने ढर्रे की बजाय आधुनिक तकनीक अपनाकर वे कैसे अपने कारोबार का मुनाफा और उत्पादन बढ़ा सकते हैं।

कार्यशाला में सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (CEL) के विशेषज्ञों ने ‘स्मार्ट एमएसएमई’ का मंत्र दिया। उन्होंने डिजिटल बदलाव, क्लस्टर विकास और ‘ग्रीन एमएसएमई’ जैसी पहल के बारे में जानकारी दी। विशेषज्ञों ने समझाया कि नई तकनीक से न केवल प्रोडक्ट की क्वालिटी सुधरती है, बल्कि बाजार में टिके रहने की क्षमता (प्रतिस्पर्धा) भी बढ़ती है।
सरकार की योजनाओं का उठाएं लाभ
जिला उद्योग केंद्र सोलन के महाप्रबंधक सुरेंद्र ठाकुर ने मौके पर मौजूद कारोबारियों को सरकार की उन योजनाओं की जानकारी दी, जो उनके उद्योग को आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती हैं।
इंडस्ट्री 4.0 का दौर
तकनीकी सत्र में सुखप्रीत सिंह ने डिजिटल दुनिया की अहमियत समझाई। उन्होंने ‘इंडस्ट्री 4.0’, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग टूल्स और डेटा के आधार पर फैसले लेने के तरीके बताए। उन्होंने कहा कि आसान डिजिटल रणनीतियों को अपनाकर छोटे उद्योग भी बड़ी छलांग लगा सकते हैं।
कार्यक्रम में जिला उद्योग केंद्र की वरिष्ठ प्रबंधक सुनीता शर्मा, सुनील कौशिक समेत सोलन क्षेत्र के 20 से ज्यादा उद्यमियों और बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।